जमशेदपुर: झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) के कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को जिले के प्लस टू स्कूल व कॉलेजों में इंटर साइंस के परीक्षार्थियों का मॉक टेस्ट शुरू हो गया. शहर के स्कूल-कॉलेजों में टेस्ट में अधिक परेशानी नहीं हुई, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षक परेशान रहे. कंप्यूटर व इंटरनेट की सुविधा नहीं होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में प्रश्नपत्र जुटाना किसी समस्या से कम नहीं था. यहां तक कि इसके लिए स्कूलों को सुबह-सुबह 8 से 10 किलोमीटर तक दूरी तय करनी पड़ी, तब जाकर समय से परीक्षा आरंभ हुई.
क्या है कारण
प्रश्न पत्र टेस्ट आरंभ होने से एक घंटा पूर्व परिषद की वेबसाइट पर जारी किया जा रहा है. इसे डाउनलोड करके परीक्षा लेनी है. हालांकि परिषद इस बात से अनभिज्ञ नहीं है कि अधिकांश सरकारी स्कूलों में इंटरनेट सुविधा नहीं है, बावजूद प्रश्नपत्र एक घंटा पूर्व वेबसाइट से डाउनलोड कर परीक्षा लेने का निर्देश दिया गया है.
आदिवासी प्लस टू हाई स्कूल, बांगुड़दाबांगुड़दा स्थित आदिवासी प्लस टू हाई स्कूल में साइंस के 38 परीक्षार्थी हैं. स्कूल में इंटरनेट की सुविधा नहीं है. इस कारण स्कूल से करीब 8 से 10 किलोमीटर दूरी पर स्थित पटमदा बाजार में कैफे से प्रश्नपत्र डाउनलोड कराना पड़ा. स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक जयंत रजक ने बताया कि चूंकि एक दिन पूर्व कैफे संचालक को जानकारी दे दी गयी थी, इसलिए सुबह समय से प्रश्नपत्र डाउनलोड हो गया. टेस्ट समय से संचालित हुआ.
एसएस+2 हाई स्कूल, पटमदा
पटमदा स्थित एसएस प्लस टू हाई स्कूल में भी कमोबेश यही स्थिति रही. यहां इंटर साइंस के 40 परीक्षार्थी हैं. इस स्कूल में भी दूरस्थ बाजार स्थित कैफे से प्रश्नपत्र डाउनलोड करा कर लाया गया. स्कूल की ओर से बताया गया कि परीक्षा समय से संचालित हुई.
को-ऑपरेटिव में आधा घंटा विलंब
को-ऑपरेटिव कॉलेज में मॉक टेस्ट निर्धारित समय से करीब आधा घंटा विलंब से शुरू हुआ. कॉलेज में इंटरनेट की व्यवस्था है. बताया गया कि डाउनलोड करने के बाद फोट कॉपी करने में समय लगने के कारण टेस्ट विलंब से शुरू हुआ.