एमजीएम से फरार बाल बंदी ने किया खुलासा, मानसिक तनाव के कारण भागने पर हुआ मजबूर
जमशेदपुर: एमजीएम अस्पताल में इलाज के दौरान 16 अप्रैल को फरार बाल बंदी ने मानगो थाना में सरेंडर कर दिया. बाल बंदी को उसके परिजनों ने दबाव बनाकर सरेंडर कराया. मानगो पुलिस ने उसे घाघीडीह बाल सुरक्षा गृह (रिमांड होम) भेज दिया है. पुलिस को पूछताछ में बाल बंदी ने बताया कि उसे रिमांड होम […]
जमशेदपुर: एमजीएम अस्पताल में इलाज के दौरान 16 अप्रैल को फरार बाल बंदी ने मानगो थाना में सरेंडर कर दिया. बाल बंदी को उसके परिजनों ने दबाव बनाकर सरेंडर कराया. मानगो पुलिस ने उसे घाघीडीह बाल सुरक्षा गृह (रिमांड होम) भेज दिया है. पुलिस को पूछताछ में बाल बंदी ने बताया कि उसे रिमांड होम में बाल कैदियों ने मिलकर पीटा, जिससे वह मानसिक तनाव में आ गया. इसके बाद इलाज कराने के दौरान वह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया.
भाग कर वह दूसरे दिन घर पहुंचा. उसके परिवार वाले उसे थाना ले गये. इधर, परसुडीह थाना में फरार बाल कैदी के लौटने के बाद पांच अन्य बाल कैदियों के खिलाफ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है.
दर्ज मामले के मुताबिक मानगो पुलिस ने बाल कैदी को घर का ताला तोड़कर चोरी करने के आरोप में 14 अप्रैल को गिरफ्तार कर रिमांड होम भेजा था. 16 अप्रैल को रिमांड होम में बंद अन्य बाल कैदियों ने उसके साथ मारपीट की. इस घटना में वह घायल हो गया. उसे इलाज के लिए पुलिस सुरक्षा में एमजीएम अस्पताल ले जाया गया था. जहां से वह फरार हो गया था. साकची थाना में उसके फरार होने की संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था.