स्थायीकरण से घटेंगे ठेका कर्मी

जमशेदपुर : स्थायीकरण से कांट्रैक्ट कर्मचारियों की संख्या घटेगी, जिसके लिए समेकित तौर पर कंपनियों के साथ मिलकर काम करना होगा. यह बातें टाटा वर्कर्स यूनियन के डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नु न कहीं. श्री चौधरी विशाखापट्टनम में इंडियन मेटल फेडरेशन के तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहीं. इसका उदघाटन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 10, 2016 9:12 AM
जमशेदपुर : स्थायीकरण से कांट्रैक्ट कर्मचारियों की संख्या घटेगी, जिसके लिए समेकित तौर पर कंपनियों के साथ मिलकर काम करना होगा. यह बातें टाटा वर्कर्स यूनियन के डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नु न कहीं. श्री चौधरी विशाखापट्टनम में इंडियन मेटल फेडरेशन के तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहीं.

इसका उदघाटन सोमवार को हुआ, जिसमें इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जी संजीवा रेड्डी, महासचिव रघुनाथ पांडेय, राकेश्वर पांडेय, वाइजैक स्टील के डायरेक्टर डॉ जीएसपी प्रसाद समेत तमाम लोग मौजूद थे.

इस पहले रघुनाथ पांडेय ने पिछली मीटिंग के मिनट्स को पढ़कर सुनाया तथा एकाउंट्स को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया. मौके पर टाटा वर्कर्स यूनियन के डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नू को बोलने का मौका मिला. श्री चौधरी ने कहा कि कांट्रैक्ट कर्मचारियों की लगातार संख्या बढ़ रही है. सिर्फ हायर एंड फायर वाली नौकरी पर लोगों को रखने की परिपाटी मजदूर वर्ग के लिए काफी खतरनाक है. ट्रेड यूनियन को बदलते समय के साथ रणनीति तय कर मैनेजमेंट के साथ टेबुल टॉक कर रास्ता निकालना चाहिए ताकि जॉब सिक्यूरिटी के साथ ही सोशल सिक्यूरिटी भी ठेका मजदूरों को मिल सके. आइएमएफ के महासचिव के तौर पर रघुनाथ पांडेय ने वहां लोगों से अपील की कि तत्काल सारे चंदे को जमा करा दें.

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