अफसोसजनक: आठ माह से नहीं मिल रहा था जनवितरण प्रणाली का अनाज, भोजन की कमी से सबर की मौत

गालूडीह: घाटशिला प्रखंड की बाघुड़िया पंचायत स्थित केशरपुर सबर बस्ती निवासी रवि सबर (60 वर्ष) की भोजन की कमी के कारण मौत हो गयी. आर्थिक तंगी के कारण वह एक माह से माड़ और पानी पीकर जिंदा था. सोमवार की सुबह हालत बिगड़ने पर रवि सबर को घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 24, 2016 9:34 AM
गालूडीह: घाटशिला प्रखंड की बाघुड़िया पंचायत स्थित केशरपुर सबर बस्ती निवासी रवि सबर (60 वर्ष) की भोजन की कमी के कारण मौत हो गयी. आर्थिक तंगी के कारण वह एक माह से माड़ और पानी पीकर जिंदा था. सोमवार की सुबह हालत बिगड़ने पर रवि सबर को घाटशिला अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां स्लाइन चढ़ाने के क्रम में उसकी मौत हो गयी. घटना के बाद रवि सबर की पत्नी सबिता सबर, पुत्र छोटो सुकू सबर व पुत्रवधू काजल सबर का रो-रोकर बुरा हाल है.
वहां पहुंचे मुखिया हुडिंग सोरेन को पीड़ित परिजनों ने बताया कि आठ माह से जन वितरण के तहत उन्हें अनाज नहीं मिल रहा है, जबकि इससे पहले अंत्योदय योजना के तहत चावल मिलता था. दरअसल खाद्य सुरक्षा सूची में नाम नहीं होने से अक्टूबर 2015 से इस सबर परिवार को अनाज मिलना बंद हो गया है. अब लकड़ी बेचकर वह परिवार गुजारा करता है. मुखिया ने स्थानीय डीलर से तत्काल सबर परिवार को चावल मुहैया कराने को कहा. मुखिया ने बीडीओ से मृतक के आश्रितों को पारिवारिक योजना का लाभ के अलावा अनाज मुहैया कराने की भी मांग की.
खाद्य सुरक्षा लागू होने के बाद सबरों की स्थिति दयनीय. खाद्य सुरक्षा लागू होने के बाद अधिकांश सबर बस्तियों के लोग अनाज पाने से वंचित हैं. घाटशिला प्रखंड के सबर बहुल बस्ती हलुदबनी, केशरपुर, घुटिया, दारीसाई, राजाबासा, बासाडेरा, कानीमहुली आदि बस्तियों के अधिकांश परिवारों का नाम खाद्य सुरक्षा सूची से गायब हैं.

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