टाटा स्टील: सीएमजी पर समझौता आज
जमशेदपुर: टाटा स्टील में गठित होने वाले सेंट्रलाइज्ड मेंटेनेंस ग्रुप (सीएमजी) का समझौता शुक्रवार को हो सकता है. इसको लेकर तैयारी लगभग पूरी कर ली गयी है और कई मुद्दों पर सहमति बन चुकी है. सहमति के मुताबिक, कर्मचारियों को नुकसान हो सकता है. मेंटेनेंस से जुड़े सारे लोगों को इसका लाभ पहुंचाने की कोशिश […]
जमशेदपुर: टाटा स्टील में गठित होने वाले सेंट्रलाइज्ड मेंटेनेंस ग्रुप (सीएमजी) का समझौता शुक्रवार को हो सकता है. इसको लेकर तैयारी लगभग पूरी कर ली गयी है और कई मुद्दों पर सहमति बन चुकी है. सहमति के मुताबिक, कर्मचारियों को नुकसान हो सकता है. मेंटेनेंस से जुड़े सारे लोगों को इसका लाभ पहुंचाने की कोशिश की जा रही थी, लेकिन मैनेजमेंट राजी नहीं है. इसके बाद यूनियन पीछे हट चुकी है और अब समझौते की उम्मीद जगी है.
फील्ड को पूरा लाभ, एरिया को आंशिक : देर रात तक चली बैठक में यह तय किया गया है कि फील्ड में जाने वाले कर्मचारियों को पूरा लाभ दिया जायेगा, जबकि एरिया को आंशिक तौर पर लाभ हो सकता है. हालांकि, इस बारे में कोई भी स्पष्ट तौर पर जानकारी देने से यूनियन के सारे पदाधिकारी बचने की कोशिश कर रहे है.
बैठक करने के बाद यूनियन के अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नु और महामंत्री बीके डिंडा ने अपना फोन स्विच ऑफ कर दिया.
502 लोग होंगे फील्ड में, कहीं भी भेजे जा सकते हैं नौकरी पर : सीएमजी के तहत तय पैमाना के तहत करीब 502 लोगों को ही फील्ड में रखा जायेगा, जिसको एक विभाग से दूसरे विभाग, जहां भी जरूरत होगी, वहां मेंटेनेंस के लिए भेजा जा सकता है. इसके अलावा करीब 3000 कर्मचारी एरिया में होंगे, जिनको जितना लोड पड़ेगा, उतना ही लाभ मिलेगा. फील्ड के कर्मचारियों का आइबी प्रोटेक्ट रहेगा क्योंकि उनका आइबी किसी एक विभाग से जुड़ा हुआ नहीं रहेगा.
कम मैनपावर में ज्यादा काम करना होगा : सीएमजी को लेकर जल्दबाजी में लिये गये फैसले के बाद कम मैनपावर में कर्मचारियों को ज्यादा काम करना होगा. इसके बदले आंशिक लाभ मिल पायेगा, लेकिन उनसे काम कई विभागों में लिया जायेगा.
एसोसिएट्स को नहीं मिलेगा एक्टिंग का बेनिफिट : तय प्रावधानों के तहत सीएमजी में एसोसिएट्स के कर्मचारियों को एक्टिंग का कोई बेनिफिट नहीं मिलेगा. अगर वे लोग फील्ड में भी चले जायें, फिर भी उनको एक्टिंग का बेनिफिट किसी भी हाल में नहीं दिया जायेगा, यह तय कर दिया गया है.
कलस्टर, एसोसिएट्स व एनएस ग्रेड में समन्वय बनेगा : योजना के मुताबिक, कलस्टर, एसोसिएट्स व एनएस ग्रेड में समन्वय स्थापित किया जायेगा. इनके सीनियरिटी को बरकरार रखने के साथ ही उनको बेनिफिट देने की रजामंदी की गयी है.