एमजीएम के पूर्व अधीक्षक व प्रभारी लिपिक ने अधीक्षक को भेजा जवाब, कहा बिजली मिस्त्री की नियुक्ति अवैध
जमशेदपुर: एमजीएम अस्पताल में बन रहे भवन निर्माण में अवैध रूप से बिजली के इस्तेमाल का मामला नया रंग लेने लगा है. अवैध रूप से बिजली के इस्तेमाल को लेकर शुरू हुआ विवाद अवैध वसूली से लेकर नौकरी में फर्जीवाड़ा तक पहुंच गया है. बिजली कनेक्शन देने को लेकर आरोपों में आये एमजीएम के पूर्व […]
जमशेदपुर: एमजीएम अस्पताल में बन रहे भवन निर्माण में अवैध रूप से बिजली के इस्तेमाल का मामला नया रंग लेने लगा है. अवैध रूप से बिजली के इस्तेमाल को लेकर शुरू हुआ विवाद अवैध वसूली से लेकर नौकरी में फर्जीवाड़ा तक पहुंच गया है. बिजली कनेक्शन देने को लेकर आरोपों में आये एमजीएम के पूर्व अधीक्षक डॉक्टर आरवाई चौधरी ने बिजली मिस्त्री राजेश प्रसाद सिन्हा की नियुक्त को अवैध करार देते हुए जांच की मांग अधीक्षक से की है.
बुधवार को पूर्व अधीक्षक व प्रभारी प्रधान लिपिक अमर ज्योति सिंह ने स्पष्टीकरण प्रबंधन को सौंप यह आरोप लगाया है. इससे पूर्व बिजली मिस्त्री राजेश प्रसाद सिन्हा ने अधीक्षक को भेजे जवाब में ठेकेदार को कनेक्शन पूर्व अधीक्षक व प्रभारी लिपिक के आदेश पर देने की बात कही थी. इसके एवज में 1.50 लाख रुपये मांगने का आरोप भी लगाया था.
बुधवार को पूर्व अधीक्षक व प्रधान लिपिक ने बिजली मिस्त्री द्वारा लगाये आरोप को खारिज करते हुए बताया है कि चूंकि बिजली मिस्त्री के अवैध नियुक्ति की फाइल अस्पताल के प्रभारी प्रधान लिपिक अमर ज्योति सिंह के पास है, इसलिए दोनों के विरूद्ध सोची समझी साजिश के तहत आरोप लगाया जा रहा है. पूर्व अधीक्षक ने पदाधिकारी की मानहानि, अवैध नियुक्ति व सरकारी राशि गबन का आरोप लगाते हुए बिजली मिस्त्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है. पूर्व अधीक्षक डॉक्टर आरवाई चौधरी ने अधीक्षक को बताया है कि राजेश प्रसाद सिन्हा की अवैध बहाली से जुड़े दस्तावेज वे अपने कार्यकाल में पहले ही उपायुक्त व क्षेत्रीय स्वास्थ्य उपनिदेशक को प्रेषित कर चुके है.