कौशल विकास: छात्रों को मिलेगा विशेष प्रशिक्षण, एनएमएल व टूलरूम में टाइ-अप

आदित्यपुर: केंद्र सरकार के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत अब इंडो डेनिश टूल रूम (एमएसएमइ टूल रूम) के प्रशिक्षणार्थियों को नेशनल मेटलर्जीकल लेब्रोटरी (एनएमएल) में विशेष प्रशिक्षण मिलेगा. इसके लिए टूल रूम व एनएमएल के बीच टाइअप हुआ है. यह जानकारी एक कार्यक्रम में भाग लेने आदित्यपुर आये एनएमएल के सीनियर साइंटिस्ट सह एक्टिंग डायरेक्टर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 13, 2016 2:07 AM
आदित्यपुर: केंद्र सरकार के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत अब इंडो डेनिश टूल रूम (एमएसएमइ टूल रूम) के प्रशिक्षणार्थियों को नेशनल मेटलर्जीकल लेब्रोटरी (एनएमएल) में विशेष प्रशिक्षण मिलेगा. इसके लिए टूल रूम व एनएमएल के बीच टाइअप हुआ है.

यह जानकारी एक कार्यक्रम में भाग लेने आदित्यपुर आये एनएमएल के सीनियर साइंटिस्ट सह एक्टिंग डायरेक्टर डॉ एनजी गोस्वामी ने दी. डॉ गोस्वामी के अनुसार एनएमएल में टूल रूम के छात्रों को नन डिस्ट्रक्टिव टेक्निक व वेल्डिंग टेक्नोलॉजी समेत कई विषयों में वैसे प्रशिक्षण दिये जायेंगे, जिसकी सुविधा टूल रूम में नहीं है, जिसमें यहां शुरू हो रहे हील ट्रिटमेंट शामिल है. छात्रों को एनएमएल के वैज्ञानिकों के आइडियाज पर प्रोटोटाइप सैम्पल बनाने का भी मौका मिलेगा.

दोनों संस्थानों की ओर से दिया जायेगा प्रमाण पत्र : डॉ गोस्वामी ने बताया कि एनएमएल में प्रशिक्षण पाने वाले टूल रूम के छात्रों को मिलने वाला प्रमाण पत्र दोनों संस्थानों की ओर से संयुक्त रूप से जारी होगा. छात्रों का नामांकन व पढ़ाई टूल रूम में होगी. जो विषय वहां नहीं पढ़ाये जायेंगे, उसकी पढ़ाई एनएमएल में होगी.
एसीएसआइआर के तहत होता है एमटेक
पूरे देश में विभिन्न विषयों की 38 राष्ट्रीय प्रयोगशालाएं हैं. उनमें से एक जमशेदपुर स्थित एनएमएल में मिनरल, मेटल व मेटलर्जी पर शोध व प्रशिक्षण दिये जाते हैं. डॉ गोस्वामी ने बताया कि यहां एकेडमी ऑफ साइंटिफिक एंड इनोवेटिव रिसर्च के तहत दो साल के एमटेक व तीन साल के पीएचडी के कोर्स भी होते हैं. दोनों में 20-20 सीट है. इसके अलावा विभन्न कंपनियों द्वारा प्रायोजित छात्र यहां प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं. सरकार के निर्देशानुसार उद्योग व आम आदमी के लाभ के लिए एनएमएल क्रियाशील है.

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