झारखंड : जमशेदपुर में कांग्रेस के नेता शान बाबू की गोली मार कर हत्या

जमशेदपुर : आदित्यपुर थाना क्षेत्र के कदमा टॉल ब्रीज से आदित्यपुर-कांड्रा जाने वाले मार्ग पर धीरजगंज सातवाहिनी निवासी बुद्धेश्वर मुखी उर्फ शान बाबू की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. शानबाबू को तीन दिनों पूर्व कांग्रेस के एससी सेल का जिलाध्यक्ष चुना गया था. घटना बुधवार की शाम 7.10 बजे की है. वे इविनिंग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2016 5:44 AM

जमशेदपुर : आदित्यपुर थाना क्षेत्र के कदमा टॉल ब्रीज से आदित्यपुर-कांड्रा जाने वाले मार्ग पर धीरजगंज सातवाहिनी निवासी बुद्धेश्वर मुखी उर्फ शान बाबू की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. शानबाबू को तीन दिनों पूर्व कांग्रेस के एससी सेल का जिलाध्यक्ष चुना गया था. घटना बुधवार की शाम 7.10 बजे की है. वे इविनिंग वॉक से लौट रहे थे. बदमाशों ने उनके सिर के पीछे सटा कर गोली मारी, जो आगे से निकल गयी. इसके बाद अपराधी टाटा-कांड्रा रोड की दूसरी तरफ खड़ी बाइक पर सवार होकर आदित्यपुर की तरफ भाग गये.

इधर, बीच सड़क पर लहुलुहान पड़े शान बाबू को उनके सहयोगी अनादि कुमार आचार्य ने लोगों की मदद से उठाया और इलाज के लिए टीएमएच ले गये. वहां चिकिस्तकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. सूचना पाने के बाद ईचागढ़ विधायक साधुचरण महतो, पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता, काबू दत्ता, डीएसपी, आदित्यपुर थानेदार, आरआइटी थानेदार आदि टीएमएच पहुंचे.
घर से पैदल टहलने के लिए निकले थे शानबाबू : घटना के चश्मदीद गवाह अनादि कुमार आचार्य ने बताया कि बुधवार की शाम को वह शानबाबू के साथ टहलने निकले थे. उन्होंने अपनी बाइक कलोस्टर के पास खड़ी कर दी और शानबाबू के घर से आने का इंतजार किया. कुछ देरी में शानबाबू आये. इसके बाद वह शान बाबू के साथ पैदल टहलते हुए टॉल ब्रीज होते हुए कदमा की तरफ आ गये. फिर कदमा से वापस टाटा कांड्रा रोड की तरफ जा रहे थे.
रोड़ से 100 कदम की दूरी पर शानबाबू को पीछे से किसी ने गोली मारी. उन्हें लगा कि रोड पर किसी गाड़ी का टायर फटा है. वह दो कदम आगे बढ़े थे कि उन्होंने शानबाबू को मुंह के बल गिरते देखा. उन्होंने एक युवक को पैदल भागते देखा. युवक टाटा कांड्रा सड़क पर खड़ी बाइक पर सवार होकर फरार हो गया. इसके बाद उन्होंने वहां से गुजर रहे लोगों की मदद से शानबाबू को उठाकर इलाज के लिए टीएमएच ले आये.
शानबाबू को लोग समाजसेवी के रूप में जानते थे : शानबाबू मुखी उर्फ बुद्धेश्वर मुखी 12 जून को ही सरायकेला-खरसावां जिला कांग्रेस अनुसूचित जनजाति विभाग के अध्यक्ष के अलावा जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष भी रह चुके थे. इस समय वे मुखी समाज के सरायकेला-खरसावां जिलाध्यक्ष भी थे.
वे पीडीएस डीलर के साथ-साथ आदित्यपुर व कांड्रा की कंपनियों में उनका लेबर सप्लायर का बड़े पैमाने पर ठेका चलता था. पूरे गांव में उनकी पहचान समाजसेवी के रूप में थी. वह सात भाइयों में सबसे छोटे थे. स्व मुखी जुगसलाई के पूर्व विधायक मंगल राम के दामाद थे. उनकी पत्नी रीतिका मुखी भी कांग्रेस की नेत्री हैं, जो जुगसलाई से विधानसभा व आदित्यपुर नगर परिषद अध्यक्ष पद के लिए चुनाव भी लड़ चुकी हैं.
पूर्व में मिली थी धमकी : ईचागढ़ विधायक साधुचरण महतो ने कहा है कि शान बाबू उनके गहरे मित्र थे. उनकी हत्या प्रोफेशनल शूटरों की मदद से साजिश के तहत की गयी है. शान बाबू को कई बार धमकी मिली थी. इसकी जानकारी पुलिस को दी गयी थी. उन्होंने कहा कि पुलिस को अपना काम करने दिया जाये. यदि एक दो दिनों में अपराधी की गिरफ्तारी नहीं होती है तो वह मुख्यमंत्री और डीजीपी से बातचीत करेंगे. उन्होंने कहा का हाल के दिनों में सरायकेला-खरसावां जिला में अपराध बढ़ा है.
कांग्रेस ने आदित्यपुर बंद का किया आह्वान
कदमा टॉलब्रीज से वॉककर घर लौटते समय सिर के पीछे सटाकर मारी गोली
कांग्रेस एससी सेल के जिलाध्यक्ष थे शानबाबू, पत्नी रीतिका मुखी भी हैं कांग्रेस की नेत्री

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