15 साल से नहीं हुआ दुकानों का मेंटेनेंस, हादसे को आमंत्रण

जमशेदपुर: बारीडीह बाजार की पक्की दुकानों का मेंटेनेंस पिछले 15 सालों से नहीं होने से कभी भी हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. बारिश शुरू होते ही दुकानदारों में डर समा जाता है कि कहीं दुकान का छज्जा न गिर जाये. दुकानों का नियमित मेंटेनेंस नहीं होने से आये दिन छज्जा गिरता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 4, 2016 5:20 AM
जमशेदपुर: बारीडीह बाजार की पक्की दुकानों का मेंटेनेंस पिछले 15 सालों से नहीं होने से कभी भी हादसा होने से इनकार नहीं किया जा सकता है. बारिश शुरू होते ही दुकानदारों में डर समा जाता है कि कहीं दुकान का छज्जा न गिर जाये. दुकानों का नियमित मेंटेनेंस नहीं होने से आये दिन छज्जा गिरता रहता है. दुकानदार स्वयं दुकान की रिपेयरिंग का प्रयास करते हैं, तो कानूनी अड़चनों के कारण वह बीच में ही रुक जाता है. मेंटेनेंस का आदेश नहीं मिलने से दुकानदारों में आक्रोश व्याप्त है. दुकानदारों का कहना है कि वे कंपनी को भाड़ा देते हैं,लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ नहीं मिलता है.
1963 में पहली बार हुआ था दुकान का आवंटन. साल 1963 में पहली बार बारीडीह बाजार में 56 पक्की दुकानें आवंटित की गयी थीं. दूसरी बार 1975 में 71 दुकान आवंटित की गयी थीं. वर्तमान में बाजार में कुल 127 पक्की दुकानें हैं. दुकानदारों के आंदोलन किये जाने पर दुकान संख्या 1 से लेकर 16 तक रिपेयरिंग की गयी, बाकी दुकानों की स्थिति पूर्ववत है.
कई बार गिर चुका है छज्जा. बारीडीह बाजार में पक्की दुकानों के छज्जा कई बार गिर चुका है. जिससे कई ग्राहक चोटिल हो चुके हैं. बाजार के प्रवेश मार्ग पर सड़कों पर पानी जमा रहता है.
आंदोलन कर चुके हैं दुकानदार. बारीडीह बाजार पक्का दुकानदार संघ कई बार दुकानों की रिपेयरिंग की मांग को लेकर आंदोलन कर चुका है. बारीडीह बाजार मास्टर, टाटा स्टील मार्केट विभाग को दुकानों की रिपेयरिंग की मांग को लेकर ज्ञापन सौंप चुके हैं. इसके बावजूद दुकानों की रिपेयरिंग नहीं हुई.

दुकानदारों का कहना है कि फंड की कमी की बात कह नये वित्तीय वर्ष में दुकानों की मरम्मत की बात कही जाती है.
क्या कहते हैं दुकान मालिक
दुकानों की रिपेयरिंग होनी चाहिये
कई सालों से दुकानों की रिपेयरिंग की मांग की जा रही है. सिवाय आश्वासन के दुकानदारों को कुछ नहीं मिला.
सुखदेव दास
स्वयं बनाये या बनाने दें दुकान
15 साल से दुकानों की रिपेयरिंग नहीं होने से कभी भी हादसा हो सकता है. दुकानदारों को स्वयं दुकान रिपेयरिंग करने की अनुमति मिलनी चाहिये. बीके सिंह
स्थिति किसी से छिपी नहीं है
बारीडीह बाजार के दुकानों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है. बड़ी घटना नहीं हो, इसके लिए पहले से ठोस कदम उठाने की जरूरत है. पुरुषोत्तम शर्मा
निकले समाधान स्थायी
दुकानदार स्वयं रिपेरिंग करना चाहते हैं, तो उन्हें लिखित आदेश नहीं मिलता है. कानूनी अड़चन की वजह से दुकानदार रिपेयरिंग नहीं करा पा रहे हैं. विनोद ठाकुर

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