कामयाबी: सैलून से पकड़ा गया प्रेम यादव
जमशेदपुर: बिष्टुपुर-साकची में छिनतई की सात घटनाओं को अंजाम देने वाले कटिहार के कोढ़ा गैंग के सदस्य प्रेम यादव को गिरफ्तार करने के लिए जिला पुलिस की टीम ने तीन दिनों तक जाल बिछा कर रखा था. कोढ़ा में कैंप कर रहे गोलमुरी इंस्पेक्टर श्रीनिवास ने एक घंटे तक प्रेम यादव का पीछा कर उसे […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
July 9, 2016 8:21 AM
जमशेदपुर: बिष्टुपुर-साकची में छिनतई की सात घटनाओं को अंजाम देने वाले कटिहार के कोढ़ा गैंग के सदस्य प्रेम यादव को गिरफ्तार करने के लिए जिला पुलिस की टीम ने तीन दिनों तक जाल बिछा कर रखा था. कोढ़ा में कैंप कर रहे गोलमुरी इंस्पेक्टर श्रीनिवास ने एक घंटे तक प्रेम यादव का पीछा कर उसे सैलून में दाढ़ी बनाते वक्त गिरफ्तार किया.
गोलमुरी इंस्पेक्टर ने कोढ़ा थाना तक को इसकी सूचना नहीं दी थी. प्रेम यादव को गिरफ्तार कर कोढ़ा थाना ले जाया गया और दस्तावेज तैयार कर पुलिस जमशेदपुर के लिए रवाना हो गयी. पुलिस सूत्रों की माने तो अगर प्रेम यादव की गिरफ्तारी की जानकारी महिलाओं को होती तो वह जिला पुलिस को घेर लेती. इधर, प्रेम ने पुलिस को बताया कि कोढ़ा पुलिस उसे कभी गिरफ्तार नहीं करती है. किसी भी राज्य से पहुंचे वारंट के आधार पर उन्हें थाना ले जाने के बाद समझौता कर छोड़ दिया जाता है.
थाना प्रभारी ने सैलून में दाढ़ी बनाकर जानकारी जुटायी. गोलमुरी इंस्पेक्टर श्रीनिवास कोढ़ा गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार करने पूर्व में दो बार जा चुके थे, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. गांव में छापामारी करना कठिन था. लेकिन इस बार बिना कोढ़ा पुलिस को सूचना दिये वे कटिहार गये. पुलिस के पास प्रेम यादव की तसवीर थी. उन्होंने कुछ स्थानीय (गैंग के विरोधी लोगों) लोगों को साथ में जोड़ा और सादे लिबास में पैदल कभी होटल तो कभी सैलून में जाकर बाल कटवाने और दाढ़ी बनाने के बहाने प्रेम यादव के घर का पता जानने का प्रयास किया.
एक दिन उन्हें प्रेम के घर और उसकी गतिविधि के बारे में पता चल गया. पुलिस उसके घर तक पहुंच भी गयी, लेकिन वह वहां से भाग निकला. दो दिन बाद पुलिस को पता चला कि प्रेम संतरे रंग की शर्ट पहने और बिना मोजा के जूता पहनकर बाइक से बाहर निकला है. पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए कोढ़ा के एक मोड़ जहां पर भीड़ रहती है, अपना जाल बिछाया.
एक नंबर के जरिये पुलिस पहुंची कोढ़ा गैंग तक. बिष्टुपुर थाना के सामने सात जून को कदमा रामनगर की रहने वाली भुई नाग से छह लाख रुपये छिनतई की घटना के बाद गैंग ने एक गलती कर दी थी. पुलिस को एक मोबाइल नंबर हाथ लगा, जिसके माध्यम से पुलिस कोढ़ा गैंग तक पहुंची. मोबाइल नंबर फरजी पता पर जारी कराया गया था. पुलिस ने फरजी पता पर रहने वालों से पूछताछ की तो जानकारी मिली कि सभी कोढ़ा गैंग के रिश्तेदार हैं. पुलिस रिश्तेदारों को रांची, धनबाद, गया समेत अन्य जगहों से उठाकर शहर लायी.
नीरज करता था छिनतई
प्रेम ने पुलिस को बताया है कि नीरज छिनतई में माहिर है. नीरज पूरे गैंग का मास्टर माइंड माना जाता है. शहर में सभी घटनाओं में बाइक के पीछे बैठने वाला युवक नीरज है. वह इतनी सफाई से छिनतई करता है कि रुपये का बैग लेकर जाने वाले को कुछ सेकेंड के बाद आभास होता था कि उसका बैग छीना गया है.