जमशेदपुर: टाटा स्टील में वेज रिवीजन को लेकर वार्ता दूसरे दिन भी जारी रही. दूसरे दिन करीब ढाई घंटे तक मैनेजमेंट के वीपी एचआरएम सुरेश दत्त त्रिपाठी व अन्य अधिकारियों के साथ टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष पीएन सिंह, महामंत्री बीके डिंडा और डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नू के साथ बैठक हुई, लेकिन एक बार फिर से समय को लेकर जिच उत्पन्न हो गया.
दो राउंड वार्ता हुई. पहले राउंड में डेढ़ घंटे की वार्ता हुई. इस वार्ता के दौरान मैनेजमेंट सात साल पर अड़ा रहा जबकि यूनियन पांच साल पर ही अड़ी रही. वैसे यूनियन यह कह रही है कि मैनेजमेंट दस साल का वेज रिवीजन करना चाहती है. सूत्रों के मुताबिक, शर्तो के साथ मैनेजमेंट कम समय पर वेज रिवीजन करने को राजी है, लेकिन जो शर्ते रखी गयी हैं, उसको लेकर जिच उत्पन्न हो गयी है. वैसे सूत्र यह भी बता रहे हैं कि टाटा वर्कर्स यूनियन की आमसभा 24 फरवरी को होने जा रही है. लिहाजा, यह हो सकता है कि एजीएम तक नया वेज रिवीजन कर लिया जाये और उसको एजीएम में घोषित कर दिया जाये ताकि संविधान संशोधन मेंदिक्कतें नहीं हो सके.हालांकि, जल्द वेज रिवीजन होने की बात से यूनियन इंकार कर रही है.
ब्रांडिंग स्ट्रैटेजी के तहत आगे बढ़ रही यूनियन – मैनेजमेंट
टाटा स्टील के वेज रिवीजन को लेकर कई दौर की वार्ता हो चुकी है. लेकिन हर वार्ता में यही कहा जा रहा है कि अभी समय को लेकर जिच चल रहा है. घंटो बैठक चल रही है, लेकिन बातचीत सिर्फ पांच साल या सात साल के बीच ही हो रही है क्या, यह अहम सवाल है. सूत्रों के मुताबिक, वेज रिवीजन को मार्केटिंग और ब्रांडिंग स्ट्रैटेजी भी माना जा रहा है ताकि शुरुआत में दिक्कतें बतायी जाये और फिर जब वेज रिवीजन हो जाये तो अपनी उपलब्धि बतायी जाये.