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टायो के वीएसएस पर खर्च होंगे ~2870 लाख

बोर्ड मीटिंग में कंपनी की वर्तमान स्थिति पर हुआ मंथन शेयर होल्डरों की मंजूरी मिलने के बाद ही मिलेगा एमडी शंकर मरार को सेवा विस्तार जमशेदपुर : टाटा स्टील की अनुषंगी इकाइ टायो रोल्स के कर्मचारियों के वोलंटरी सेपरेशन स्कीम (वीएसएस) में बदलाव को लेकर फैसला नहीं लिया गया है. सोमवार के बोर्ड मीटिंग में […]

बोर्ड मीटिंग में कंपनी की वर्तमान स्थिति पर हुआ मंथन
शेयर होल्डरों की मंजूरी मिलने के बाद ही मिलेगा एमडी शंकर मरार को सेवा विस्तार
जमशेदपुर : टाटा स्टील की अनुषंगी इकाइ टायो रोल्स के कर्मचारियों के वोलंटरी सेपरेशन स्कीम (वीएसएस) में बदलाव को लेकर फैसला नहीं लिया गया है. सोमवार के बोर्ड मीटिंग में कर्मचारियों के वीएसएस स्कीम में किसी तरह के बदलाव को लेकर कोई एजेंडा ही नहीं रखा गया. कई दौर की वार्ता के बावजूद कोई फैसला नहीं लिया गया.
अलबत्ता टायो रोल्स के एमडी के तौर पर के शंकर मरार को तीन साल का एक्सटेंशन देने पर रजामंदी हुई, जो 11 अगस्त 2016 से लागू होगी. हालांकि, इसको कंपनी के एजीएम में चर्चा की जायेगी, जिसमें अगर शेयर होल्डरों द्वारा मंजूरी दी जाती है, तब जाकर ही एमडी को एक्सटेंशन दिया जा सकता है.
दूसरी ओर, बोर्ड मीटिंग में तय किया गया है कि कंपनी नुकसान में रहा है, जिस कारण कंपनी को बंद किया जा रहा है और फेज स्तर पर ही सारे लोगों को वीएसएस दिया जायेगा और वीएसएस पर कुल राशि 2870 लाख रुपये खर्च होगी, जिसके प्रावधान या राशि में कोई बदलाव नहीं किया जायेगा.
यूनियन की सदस्यता शुल्क की कटौती बंद करें मैनेजमेंट : समिति
टायो संघर्ष समिति के नेता अजय कुमार शर्मा समेत अन्य ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपकर कहा है कि कंपनी की ओर से यूनियन का जो चंदा वेतन से काटा जा रहा है, उसको तत्काल बंद करायें. ज्ञापन में कहा है कि कर्मचारियों के चिकित्सा की सुविधा को टीएमएच में ऑथोराइजेशन फॉर्म देने में आनाकानी की जा रही है. जो वीएसएस नहीं ले रहे है, उनको सताया जा रहा है. इसकी जांच कर कार्रवाई की मांग की गयी है.
टायो यूनियन के नेता अपना पद त्यागें
टायो रोल्स कंपनी के बंद होने को लेकर झारखंड समान अधिकार मंच की बैठक आदित्यपुर में हुई. इसकी अध्यक्षता लालबाबू ने की. मंच के संयोजक मुन्ना शर्मा ने कहा कि मुख्यमंंत्री से लेकर सभी यूनियनें बोर्ड मीटिंग की दुहाई दे रहे थे लेकिन कंपनी के प्रबंधक अब तक वही किया है जिसका एलान दो माह पूर्व ही कर दिया था. आखिर कर्मचारी एवं मजदूरो को वर्तमान सरकार और यूनियनें दिगभ्रमति कर रही थीं. अब कर्मचारी एवं मजदूरो को खुल कर आन्दोलन को अब उग्र रूप देना चाहिए. बैठक में चंद्रकांत दूबे, संजय सिंह, भगवान जी, सुरेश राय, राज वर्धन सिंह, जीत आर्या, राजेश झा, उदय यादव, चिंटूसिंह,जसपाल सिंह, अजीत कुमार मिश्र, मदन कुमार सिंह, मनोज आनंद, लालबाबू सिंह, पवन सिंह,अादि उपस्थित थे.
टायो रोल्स ने 15639 लाख रु तक का नुकसान किया
बोर्ड मीटिंग में कहा गया है कि टायो रोल्स को करीब 3854 लाख रुपये तक का नुकसान 30 जून 2016 तक हुआ है, इसके तहत अब तक 15639 लाख रुपये तक का नुकसान में कंपनी को हुआ है. इस कारण कंपनी को सिक इंडस्ट्रीज घोषित कर दिया गया है, जिस कारण अब बायफर की ओर से इस पर फैसला लिया जाना है, जिसके लिए बायफर में मामला दर्ज हो चुका है.
कंपनी बंद हो रही, फिर एमडी को एक्सटेंशन क्यों ?
टायो रोल्स के एमडी के शंकर मरार को लेकर आम मजदूरों में यह सवाल जरूर उठेगा कि जब कंपनी बंद हो रही है तो एमडी को क्यों एक्सटेंशन दिया जा रहा है. जानकारों का मानना है कि कोई भी कंपनी क्लोजर होती है तो कंपनी की परिसंपत्तियों और कस्टोडियन के तौर पर एक संचालन पदाधिकारी की तैनाती होती है, जिसके लिए ही के शंकर मरार को तैनात किया गया है.

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