शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा, 8वीं तक भी फेल होंगे बच्चे
चाईबासा : शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा है कि बच्चों में शिक्षा के प्रति अभिरुचि पैदा करने के लिए जल्द ही प्रदेश में फिर से पास-फेल सिस्टम लागू किया जायेगा. इसके तहत कक्षा आठ तक के कमजोर बच्चों को भी फेल किया जा सकेगा. आठवीं तक बच्चों को पास करने की अनिवार्यता के […]
चाईबासा : शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा है कि बच्चों में शिक्षा के प्रति अभिरुचि पैदा करने के लिए जल्द ही प्रदेश में फिर से पास-फेल सिस्टम लागू किया जायेगा. इसके तहत कक्षा आठ तक के कमजोर बच्चों को भी फेल किया जा सकेगा. आठवीं तक बच्चों को पास करने की अनिवार्यता के कारण उनमें फेल होने का डर खत्म हो गया है. इस कारण वे पढ़ाई में रुचि नहीं ले रहे हैं. यही नहीं, शिक्षक भी अपनी प्रतिभा का पूरा लाभ बच्चों को नहीं दे पा रहे हैं. पास-फेल सिस्टम को आठवीं कक्षा तक फिर से शुरू करने के प्रस्ताव को सरकार के समक्ष रखा गया है. डॉ यादव गुरुवार को यहां परिसदन में पत्रकारों से बातचीत कर रही थीं.
उन्होंने कहा कि स्कूलों में आधारभूत संरचना विकसित करने के लिए राज्य सरकार नयी योजना लागू करने जा रही है. स्कूलों में पुस्तकालय, प्रयोगशाला, पेयजल व शौचालय की सुविधा अगले छह महीने में उपलब्ध करा दी जायेंगीं.
तैयारी के बाद ही कोल्हान यूनिवर्सिटी में लागू होगा सीबीसीएस
शिक्षा मंत्री ने कहा कि च्वाॅइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) को लागू करने से पूर्व विश्वविद्यालय पहले पूरी तैयारी करें. आवश्यक संसाधन उपलब्ध होने के बाद ही इसे लागू किया जायेगा. सीबीसीएस लागू करने से पूर्व विद्यार्थियों, प्राचार्यों व शिक्षकों से बात की जायेगी. इन्हें सुनने के बाद ही इसे अमल में लाया जायेगा. रांची विवि व कोल्हान विवि में भी इसे लागू करने की तैयारी चल रही है. राज्य में फिलहाल विनोबा भावे विवि में सीबीसीएस सिस्टम लागू है.
हाइस्कूल के शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया चार माह में पूरी होगी
उन्होंने माना कि प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में शिक्षक नियुक्ति में विभाग की ओर से कई बिंदुओं पर स्पष्ट निर्देश नहीं दिये गये थे. विभागीय स्तर पर गलतियां हुई हैं. इस कारण नियुक्ति के बाद भी गड़बड़ी की शिकायतें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि चार माह में हाइस्कूल शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी.
गांव में होगा शहरी शिक्षकों का तबादला : उन्होंने कहा अब शहर के शिक्षकों को गांव व गांव के शिक्षकों को शहर भेजा जायेगा. 10 साल से शहर अथवा गांव में पदस्थापित शिक्षकों का तबादला कर इधर से उधर किया जायेगा. इसके लिए नीति तैयार की जा रही है.