सैन्य क्षेत्र में निवेश का सही मौका
जमशेदपुर: सैन्य क्षेत्र में निवेश करने का यह सही समय है. सिंहभूम के उद्यमियों को इस पर काम करना चाहिए. यह बातें देश के डिफेंस एक्सपर्ट प्रीतम पाल ने कहीं. वे शुक्रवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) द्वारा सेंटर फॉर एक्सीलेंस में ‘सैन्य में निवेश’ विषय पर आयोजित वर्कशॉप को संबोधित कर रहे थे. श्री […]
जमशेदपुर: सैन्य क्षेत्र में निवेश करने का यह सही समय है. सिंहभूम के उद्यमियों को इस पर काम करना चाहिए. यह बातें देश के डिफेंस एक्सपर्ट प्रीतम पाल ने कहीं. वे शुक्रवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआइआइ) द्वारा सेंटर फॉर एक्सीलेंस में ‘सैन्य में निवेश’ विषय पर आयोजित वर्कशॉप को संबोधित कर रहे थे.
श्री पाल ने कहा कि डिफेंस में आरएंडडी (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) की जरूरत है. साथ ही क्वालिटी की गारंटी होनी चाहिए. इस मौके पर सीआइआइ जमशेदपुर जोनल काउंसिल के अध्यक्ष (समर्थ इंजीनियरिंग लिमिटेड के एमडी किलोल कमानी) ने उपस्थित सदस्यों का स्वागत किया.
उदघाटन सत्र के दौरान विशेष भाषण टाटा स्टील के चीफ प्रोक्योरमेंट ऑफिसर अमिताभ बख्शी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन सीआइआइ एमएसएमइ पैनल के संयोजक डिफेंस में दस मिलियन डॉलर के निवेश की जरूरत श्री पाल ने बताया कि सेना के तीनों विंग में मोटर, बल्ब, इलेक्ट्रिकल केबुल समेत हर तरह के उपकरणों की जरूरत होती है. छोटे-छोटे सामानों की सप्लाइ कर बेहतर बाजार तैयार किया जा सकता है. इसके लिए तैयार डीपीपी (डिफेंस प्रोक्योरमेंट पॉलिसी) के तहत खरीदारी के प्रावधान में काफी सहूलियत दी गयी है. इसमें 100 फीसदी खर्च करना नहीं होगा. 90 फीसदी इंसेंटिव दिया जा सकता है. सिर्फ 10 फीसदी राशि ही उद्यमियों को लगाना है. अगर उत्पाद की बिक्री या खरीदारी नहीं हो पायी तो राशि वापस मिल जायेगी. इसलिए इसमें ज्यादा रिस्क नहीं है.
कौन हैं प्रीतम पाल
35 साल तक नेवी के सीनियर मैनेजमेंट की भूमिका में रहे. डिफेंस एक्वीजिशन मैनेजमेंट कोर्स कराते हैं, जिसके तहत पूरे देश में काम कर रहे हैं. डिफेंस एडवाइजरी व कंसल्टेंसी सर्विसेज में भी काम कर रहे हैं. सेना में तकनीकी सिस्टम को विकसित करने में योगदान दिया.