लौहनगरी के बच्चों का दुनिया में डंका
शहर के युवाओं ने जमशेदपुर का नाम विश्व के मानचित्र पर ऊंचा किया है. लोयोला स्कूल के पूर्व छात्र रजत कुमार ने जहां फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट की ओर से आयोजित प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया वहीं जेएच तारापोर स्कूल के अनुराग ने भी गूगल की ओर से पूरी दुनिया में आयोजित प्रतियोगिता में शहर […]
शहर के युवाओं ने जमशेदपुर का नाम विश्व के मानचित्र पर ऊंचा किया है. लोयोला स्कूल के पूर्व छात्र रजत कुमार ने जहां फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट की ओर से आयोजित प्रतियोगिता में पहला स्थान हासिल किया वहीं जेएच तारापोर स्कूल के अनुराग ने भी गूगल की ओर से पूरी दुनिया में आयोजित प्रतियोगिता में शहर का नाम रोशन किया है.
रिपोर्ट:संदीप सावर्ण
लोयोला के रजत को फेसबुक हैकेथॉन चैलेंज अवार्ड
जमशेदपुर: लोयोला स्कूल के पूर्व छात्र ( 2009 बैच ) रजत कुमार को फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट की ओर से संयुक्त रूप से आयोजित हैकेथॉन चैलेंज अवार्ड मिला है. दरअसल 17 जनवरी को कैलिफोर्निया के मेनलो पार्क स्थित फेसबुक हेड क्वार्टर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था. इस प्रतियोगिता में पूरी दुनिया के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था. एक टीम में दो प्रतिभागी शामिल थे. विजेता टीम में जमशेदपुर के रजत कुमार और चाईना के नानजिंग के रहने वाले उनके साथी ताओ क्वान शामिल थे. गौरतलब है कि 17 जनवरी की शाम 6 बजे शुरू हुई प्रतियोगिता पूरे 24 घंटे की थी.
इसमें सभी टीमों को फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट का इस्तेमाल कर नयी यूनिक टेक्नोलॉजी, एप्लीकेशन, प्रोग्राम और डोमेस्ट्रेशन तैयार करना था. 24 घंटे में इसे तैयार कर फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट के इंजीनियरों के हवाले किया गया. जांच के बाद रजत और ताओ क्वान द्वारा तैयार की गयी तकनीक को सबसे ज्यादा सराहा गया और उक्त दोनों ही प्रतिभागी को विजेता घोषित किया गया. दोनों विजेता डी पाउ यूनिवर्सिटी के छात्र हैं. उक्त प्रतियोगिता में कॉलेज के विद्यार्थियों के साथ-साथ फुल टाइम सॉफ्टवेयर डेवलपर ने भी हिस्सा लिया था. रजत और क्वान नेआर्रेकलनामक एक मोबाइल एप बनाया था. इसके जरिये फेसबुक पर भीराट्स एप के जैसे बातें की जा सकती है. प्रतियोगिता में जज की भूमिका में फेसबुक की ओर से धीरेन पटेल जबकि माइक्रोसॉफ्ट की ओर से संजीव द्विवेदी उपस्थित थे. रजत कुमार डी पाओ यूनिवर्सिटी के कंप्यूटर साइंस का छात्र है.
तारापोर के अनुराग को गूगल हेड क्वार्टर से बुलावा
धतकीडीह स्थित जेएच तारापोर स्कूल के नौवीं के छात्र अनुराग शर्मा को गूगल ने कैलिफोर्निया स्थित अपने हेड क्वार्टर आने का न्योता दिया है. वहां 13 से 16 अप्रैल तक उसे गूगल के इंजीनियर से मिलवाने के साथ-साथ गूगल के वर्किग सिस्टम से अवगत कराया जायेगा. इसके साथ ही चार दिनों के दौरान अनुराग को कैलिफोर्निया का सैर भी कराया जायेगा. दरअसल गूगल की ओर से नवंबर महीने में अंतरराष्ट्रीय स्तर गूगल कोड इन 2013 का आयोजन किया गया था, इसमें पूरी दुनिया कुल 46 देशों के बच्चों ने हिस्सा लिया था. प्रतियोगिता के नियम के अनुसार इसमें 13 साल से 17 साल तक के बच्चे ही हिस्सा ले सकते थे.
ऑनलाइन आयोजित प्रतियोगिता में बच्चों को अलग-अलग दस ग्रुपों में बांटा गया था. इसके बाद उन्हें साइबर तकनीक से जुड़े ही टास्क दिये गये थे. अनुराग को डिजास्टर मैनेजमेंट से जुड़े टास्क दिये गये थे. इसमें उसे उस तरह की तकनीक का ईजाद करना था कि अगर कहीं कोई आपदा आती है तो लोग कैसे अपने रिश्तेदार या फिर जानने वाले को खोज सके. उक्त जगह तक कैसे किसी एंबुलेस को पहुंचाया जा सके, इससे संबंधित टास्क उसने सॉफ्टवेयर के जरिये हल किया. इस दिशा में अनुराग ने कुल 15 टास्क को हल किया. सभी टास्क को बनाने के दौरान मेंटर ऑनलाइन चैट के जरिये ही गाइड किया करते थे.
सभी दस ग्रुप से टॉप फाइव टास्क को चुना गया. इसकी स्क्रूटनी के बाद टॉप 2 टास्क का चयन किया गया. जिसमें अनुराग शर्मा द्वारा बनाये गये टास्क को भी शामिल किया गया है. उसे कैलिफोर्निया में पुरस्कृत करने के साथ-साथ गूगल कैसे काम करता है इस तकनीक को भी चार दिनों तक सिखाया जायेगा. गौरतलब है कि आदित्यपुर के रहने वाले अनुराग के पिता प्रकाश शर्मा बिजनेसमैन हैं जबकि मां अनुराधा शर्मा हाउस वाइफ हैं.