एसी के बावजूद बर्न वार्ड में नहीं रहता संतुलित तापमा

| 26 डिग्री सेल्सियस का तापमान चाहिए बर्न मरीजों को | नहीं रह पाता है तापमान 26 डिग्री, दरवाजे-खिड़कियां हैं टूटी जमशेदपुरः एमजीएम अस्पताल बर्न वार्ड में लाखों की लागत से लगे एयर कंडीशन का रत्ती भर लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा. बर्न यूनिट की खिड़की, दरवाजे टूटे पड़े हैं, जिससे एसी का लाभ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:40 PM

| 26 डिग्री सेल्सियस का तापमान चाहिए बर्न मरीजों को
| नहीं रह पाता है तापमान 26 डिग्री, दरवाजे-खिड़कियां हैं टूटी

जमशेदपुरः एमजीएम अस्पताल बर्न वार्ड में लाखों की लागत से लगे एयर कंडीशन का रत्ती भर लाभ मरीजों को नहीं मिल रहा. बर्न यूनिट की खिड़की, दरवाजे टूटे पड़े हैं, जिससे एसी का लाभ मरीजों को नहीं मिलता है. मरीजों के शरीर का तापमान संतुलित रखने में परेशानी होने के अलावा बाहर से आ रहे धूल-कण मरीजों को संक्रमित कर रहे हैं. डॉ ललित मिंज के अनुसार टूटी खिड़की, दरवाजे मरम्मत के लिए अधीक्षक को पत्र लिख चुके हैं पर कार्रवाई नहीं होती.
गरमी से इंफेक्शन का खतरा
गरमी में बर्न के मरीजों में इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है. बर्न वार्ड के प्रभारी डॉ ललित मिंज ने बताया कि गरमी में बर्न के मरीजों को नियंत्रित तापमान में रखना जरूरी है. बर्न के कारण उनका शरीर गर्म रहता है और एसी नहीं होने से शरीर ठंडा नहीं होगा, लिहाजा मरीज इंफेक्शन का शिकार होगा. उसका घाव सूखने में भी वक्त लगेगा.

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