फेको मशीन घोटाले की जांच शुरू

जमशेदपुर. एमजीएम अस्पताल के नेत्र विभाग में फेको मशीन खरीद में गोलमाल की जांच करने शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की दो सदस्यीय टीम पहुंची. स्वास्थ्य निदेशक मंजू झा व डॉ प्रदीप बास्की टीम में शामिल हैं. आरोप है कि 3.5 लाख रुपये मूल्य की मशीन की खरीद 19 लाख 24 हजार रुपये में की गयी. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2016 1:49 AM

जमशेदपुर. एमजीएम अस्पताल के नेत्र विभाग में फेको मशीन खरीद में गोलमाल की जांच करने शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की दो सदस्यीय टीम पहुंची. स्वास्थ्य निदेशक मंजू झा व डॉ प्रदीप बास्की टीम में शामिल हैं. आरोप है कि 3.5 लाख रुपये मूल्य की मशीन की खरीद 19 लाख 24 हजार रुपये में की गयी. इस तरह चहेते आपूर्तिकर्ता को फायदा पहुंचाया गया. टीम ने मामले में शिकायतकर्ता पूर्व उपाधीक्षक डॉक्टर अशोक सिंह व आरोपी पूर्व अधीक्षक डॉक्टर अारवाई चौधरी से पूछताछ की. टीम ने दोनों को लिखित पक्ष रखने को कहा है.

टीम ने माइक्रोस्कोप क्रय से संबंधित कागजात भी अपने कब्जे में ले लिये. अन्य दस्तावेजों को तीन दिन के भीतर विभाग को उपलब्ध कराने का निर्देश निदेशक ने दिया है. टीम ने ऑफिस में शराब पीने के मामले की भी जांच की और संबंधित सीडी जब्त कर अपने साथ ले गयी. क्या था मामला. पूर्व अधीक्षक डॉक्टर आरवाई चौधरी पर पूर्व उपाधीक्षक डॉ अशोक कुमार सिंह ने सरकार के संयुक्त सचिव को पत्र भेजेकर कई आरोप लगाये थे.

अधीक्षक पर कार्य के दौरान दैनिक वित्त रहित प्रशासनिक कार्य करने का आरोप लगाते हुए आरवाई चौधरी को अपशब्दों का प्रयोग व अधीनस्थों के साथ दुर्व्यवहार करने वाला पदाधिकारी बताया था. शिकायत में बताया गया था कि अधीक्षक आरवाई चौधरी ने नियमों को ताक पर रखकर अपने पड़ोसी राजेश शर्मा को इसकी आपूर्ति का ठेका दे दिया था. उन पर ऑफिस में शराब पीने आरोप लगाया गया था. मशीन की खरीद डॉ चौधरी के कार्यकाल में की गयी थी. उन्होंने आरवाई चौधरी पर हर माह 20 हजार रु. मांगने का आरोप लगाया था.

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