टाटा स्टील : मैनेजमेंट के प्रस्ताव में काफी कम बेनीफिट की है बात सिंटर प्लांट के आइबी में होगा नुकसान

जमशेदपुर: टाटा स्टील के सिंटर प्लांट के सभी छह सेक्शनों के आइबी का नया प्रस्ताव मैनेजमेंट ने भेजा है. इस प्रस्ताव में कर्मचारियों को भारी नुकसान होने जा रहा है. सबसे ज्यादा नुकसान पुराने विभागों में होगा, जिसमें डीडब्ल्यूआइबी काफी कम देने का प्रस्ताव दिया गया है. वहीं नये में भी कम प्रस्ताव दिया गया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2014 9:34 AM

जमशेदपुर: टाटा स्टील के सिंटर प्लांट के सभी छह सेक्शनों के आइबी का नया प्रस्ताव मैनेजमेंट ने भेजा है. इस प्रस्ताव में कर्मचारियों को भारी नुकसान होने जा रहा है. सबसे ज्यादा नुकसान पुराने विभागों में होगा, जिसमें डीडब्ल्यूआइबी काफी कम देने का प्रस्ताव दिया गया है. वहीं नये में भी कम प्रस्ताव दिया गया है. यूनियन उपाध्यक्ष शिवेश वर्मा इसी विभाग से चुनाव जीतकर आते हैं.

अब उन पर पूरा दारोमदार है कि वे कर्मचारियों को कैसे लाभ पहुंचाते हैं. शिवेश वर्मा यूनियन अध्यक्ष पीएन सिंह से चार दिन पहले ही सिंटर प्लांट के आइबी के प्रस्ताव की कॉपी ली थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. लिहाजा, इस संबंध में सबकी निगाहें उन पर टिकी हैं. अब वे क्या करते हैं, कर्मचारियों को कैसे ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाते हैं, इस पर सारा दारोमदार होगा.

नये -पुराने विभागों का आइबी अलग करने की मांग
इस दौरान नये और पुराने विभागों का आइबी अलग-अलग करने की मांग भी की गयी. ऐसा होने पर ही सबको समान रूप से लाभ होगा. कॉमन आइबी लागू होने की स्थिति में नये सेक्शन के कर्मचारियों को लाभ होगा, जबकि पुराने को नुकसान होगा और अगर उसमें बदलाव हुआ तो पुराने को लाभ होगा और नये को नुकसान होगा. इसको देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है.

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