पुलिस ने माता-पिता का कराया बयान
जमशेदपुर. अनीता बेसरा हत्याकांड की जांच में जुटी सिदगोड़ा पुलिस ने अनीता की मां पद्दोवती बेसरा और पिता भागीरथी बेसरा का गुरुवार को कोर्ट में बयान कराया. दोनों ने धारा 164 के तहत कोर्ट को दिये गये बयान में पूरी घटना की कहानी बतायी. यह भी बताया कि अनीता की मंझली बहन रानी बेसरा ने […]
जमशेदपुर. अनीता बेसरा हत्याकांड की जांच में जुटी सिदगोड़ा पुलिस ने अनीता की मां पद्दोवती बेसरा और पिता भागीरथी बेसरा का गुरुवार को कोर्ट में बयान कराया. दोनों ने धारा 164 के तहत कोर्ट को दिये गये बयान में पूरी घटना की कहानी बतायी. यह भी बताया कि अनीता की मंझली बहन रानी बेसरा ने अपनी छोटी बहन और भाई के साथ प्लान बनाकर 3 सितंबर को पहले चाय में जहर मिलाकर पिलाया फिर छत पर मनसा पूजा करने के दौरान अनीता की गला दबाकर हत्या कर दी. यह भी अदालत को बताया कि तीनों ने मिलकर उन्हें तथा उनके पति को कटहल की सब्जी में जहर मिलाकर खिलाया था. तीनों घर के आंगन में बाहर में एक कमरे में रहते थे और अनीता उनके साथ रहती थी.
रानी चाहती थी कि अनीता से पहले उसकी शादी हो
भागीरथी बेसरा ने बताया कि उनकी मंझली बेटी रानी चाहती थी कि अनीता से पहले उसकी शादी हो.अनीता डॉक्टर बनना चाहती थी. उसने मेडिकल की परीक्षा दी थी, लेकिन फेल होने के बाद उसने बैंक की तैयारी की और बैंक में नौकरी करने लगी. इसपर भी रानी को जलन होती थी. मैंने रानी को टाटा स्टील से सेवानिवृत्त होने से पहले सर्विस में रजिस्ट्रेशन कराया, लेकिन वह नौकरी नहीं करना चाहती थी. अपरेंटिस की तैयारी की, लेकिन परीक्षा देने नहीं गयी. उन्हें कम सुनायी देता है, जिसका फायदा तीनों बेटा-बेटी उठाते थे. रानी अनीता से हमेशा झगड़ा करती थी, इसको लेकर एक बार पंचायत भी हुई थी.
जमशेदपुर. बारीडीह जाहेरटोला में अपनी ही बड़ी बहन अनीता बेसरा की हत्या मामले में घाघीडीह सेंट्रल जेल पहुंची रानी पहले दिन चूड़ा-गुड़ खाकर तुरंत सो गयी. रात आठ बजे पुलिस रानी को लेकर घाघीडीह जेल पहुंची थी. रानी के आने से पहले ही शाम में बंदियों को खाना दे दिया गया था. इस कारण रानी को रोटी, चावल की जगह महिला जेल वार्डन ने खाने के लिये चूड़ा-गुड़ और सोने के लिए एक कंबल-चादर दिये.
घाघीडीह सेंट्रल जेल के सरस्वती वार्ड में रानी को रखा गया है. उस वार्ड में पहले से 35 महिला बंदी हैं. सुबह रानी देर से उठी. उठने पर जेल प्रशासन की ओर से उसे चाय दी गयी. चाय-नाश्ते के बाद जेल में ही उसकी मेडिकल जांच करायी गयी. जेल पहुंचने पर भी रानी के चेहरे पर अपने किये अपराध को लेकर से कोई शिकन या पछतावा नहीं था.
जेल में बंद महिला बंदियों द्वारा रानी से अपराध किये जाने पर उसने कहा कि बड़ी बहन को मां-बाप ज्यादा प्यार करते थे और घर में सुविधाओं को लेकर भी भाई-बहनों में भेदभाव होने से वह आहत हो गयी थी. रानी की छोटी बहन और भाई को पुलिस ने कोर्ट के आदेश किशोर सुधार गृह भेजा है.