ढाई हजार कर्मी बस से नहीं जाते ड्यूटी

जमशेदपुर: टाटा मोटर्स में कार्यरत ढाइ हजार से ज्यादा कर्मचारी कंपनी की बस की बजाय स्वयं के वाहन से ड्यूटी आना जाना करते हैं. कंपनी के अंदर दो पहिया वाहनों को लाने पर प्रतिबंध है. रोक के कारण कर्मचारी टेल्को वर्कर्स यूनियन ऑफिस के समीप पार्किंग, कैंटीन गेट के सामने पार्किंग स्टैंड और मुख्य सड़क […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 10, 2016 8:48 AM
जमशेदपुर: टाटा मोटर्स में कार्यरत ढाइ हजार से ज्यादा कर्मचारी कंपनी की बस की बजाय स्वयं के वाहन से ड्यूटी आना जाना करते हैं. कंपनी के अंदर दो पहिया वाहनों को लाने पर प्रतिबंध है. रोक के कारण कर्मचारी टेल्को वर्कर्स यूनियन ऑफिस के समीप पार्किंग, कैंटीन गेट के सामने पार्किंग स्टैंड और मुख्य सड़क के दोनों तरफ और टेल्को साउथ गेट की मुख्य सड़क पर अपने वाहनों की पार्किंग करते थे.
ए शिफ्ट में चलती है 96 बस
टाटा मोटर्स कंपनी में एक शिफ्ट में 96 बस चलती है. सुबह ए और नाइट शिफ्ट में 96, जनरल शिफ्ट में 38 और सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे के शिफ्ट में मात्र 22 बसें ही वर्तमान में चल रही हैं. दो माह पूर्व कंपनी ने 32 सीटों वाली 20 ग्रामीण मिनी बस सेवा शुरू की है. कंपनी में 3678 स्थायी कर्मी टाटा मोटर्स में है. इसके अलावा टीएमएल ड्राइव लाइन के स्थायी, बाइ सिक्स और नीम, आइटीपी प्रशिक्षु कंपनी की बसों से आना जाना करते हैं. इनकी संख्या मिला दी जाये तो दस हजार से ज्यादा है.
समय लगता है ज्यादा : कर्मचारियों का कहना है कि कंपनी की बसों से आने- जाने में एक से दो घंटा लग जाता है. ड्यूटी अवधि से पहले पैदल आकर बस स्टॉप पर रहना पड़ता है.

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