एक करोड़ से अधिक बेनामी कारोबार के दस्तावेज मिले

जमशेदपुर : सिंहभूम चेंबर अॉफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष नंद किशाेर अग्रवाल के कार्यालय से आयकर विभाग को एक कराेड़ से अधिक के काराेबार के कागजात मिले हैं, जिसके बारे में न ताे उन्हाेंने राेकड़ में ही दर्ज किया था आैर न ही विस्तृत जानकारी अधिकारियाें काे दे पाये. नंद किशाेर अग्रवाल ने स्वीकार किया है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2016 8:14 AM
जमशेदपुर : सिंहभूम चेंबर अॉफ कॉमर्स के उपाध्यक्ष नंद किशाेर अग्रवाल के कार्यालय से आयकर विभाग को एक कराेड़ से अधिक के काराेबार के कागजात मिले हैं, जिसके बारे में न ताे उन्हाेंने राेकड़ में ही दर्ज किया था आैर न ही विस्तृत जानकारी अधिकारियाें काे दे पाये.
नंद किशाेर अग्रवाल ने स्वीकार किया है कि वे आयकर अधिकारी से मिलकर आइडीएस के तहत अपना आय का खुलासा कर देंगे. इसके बाद सर्वे में गयी टीम ने अपना काम बंद कर दिया. सर्वे अधिकारियाें ने ने बताया कि मामला पूरी तरह से आइडीएस (इनकम डिस्क्लाेजर स्कीम) से जुड़ा हुअा है, जिसके कारण व्यवसायी अपने काराेबार के बारे में आयकर विभाग के प्रमुख के सामने ही खुलासा करेंगे. आइडीएस में खुलासा करनेवालाें का ब्याैरा पूरी तरह से गुप्त रखे जाने का प्रावधान है. आयकर विभाग ने आइडीएस के तहत जमशेदपुर कार्यालय से दस हजार से अधिक लाेगाें काे नाेटिस जारी किया था.
इसके बाद कुछ लाेगाें ने सीआइटी के समक्ष जाकर अपनी संपत्ति का ब्योरा पेश किया है. आयकर विभाग के अधिकारियाें ने दावा किया था कि संपत्ति की घाेषणा में जमशेदपुर टॉप है. 30 सितंबर तक आइडीएस की अंतिम तिथि तय है. इसके बाद आयकर विभाग छापेमारी की कार्रवाई करेगा.

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