बोनस पर नहीं बनी बात 107.1 करोड़ ही विकल्प

जमशेदपुर : टाटा स्टील में बोनस पर अब तक निर्णय नहीं हो सका है. सोमवार को करीब दो घंटे लगातार कंपनी के वीपी (एचआरएम) सुरेश दत्त त्रिपाठी के साथ यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महामंत्री बीके डिंडा और डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नु की वार्ता हुई. मीटिंग के दौरान कई स्तर पर बातचीत की गयी, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2016 7:52 AM
जमशेदपुर : टाटा स्टील में बोनस पर अब तक निर्णय नहीं हो सका है. सोमवार को करीब दो घंटे लगातार कंपनी के वीपी (एचआरएम) सुरेश दत्त त्रिपाठी के साथ यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद, महामंत्री बीके डिंडा और डिप्टी प्रेसिडेंट संजीव चौधरी टुन्नु की वार्ता हुई. मीटिंग के दौरान कई स्तर पर बातचीत की गयी, लेकिन कोई रास्ता नहीं निकल पाया. प्रबंधन की ओर से साफ कह दिया गया कि बोनस मद में सिर्फ 107.1 करोड़ ही दिये जा सकते है. इसमें किसी तरह का कोई विकल्प नहीं है. प्रबंधन ने यूनियन की सभी दलीलों को खारिज कर दिया है.
प्रबंधन की आेर से बताया गया कि उनके समक्ष कई समस्याएं है. बताया गया कि बड़े पैमाने पर कंपनी घाटे में चल रही है, इस कारण किसी भी हाल में कंपनी ज्यादा पैसा नहीं दे सकती. शाम करीब छह बजे से रात साढ़े आठ बजे तक मीटिंग चली. दुनिया से लेकर भारत तक के स्टील इंडस्ट्रीज की स्थिति के बारे में प्रबंधन ने यूनियन को बताया. समझौते के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गयी.
सर्विसेज पूल को जोड़कर प्रबंधन ने बढ़ाया दबाव
बोनस वार्ता के बीच प्रबंधन ने यूनियन पर दबाव बनाये रखा है. सर्विसेज पुल का बेसिक-डीए को स्थायी रखने, बोनस नहीं देने के अलावा नयी बहाली वाले कर्मचारियों का डीए नये सिरे से देने की घोषणा कर प्रबंधन ने यूनियन पर लगातार दबाव बनाये रखा है. इससे यूनियन बैकफुट पर आती दिख रही है.

Next Article

Exit mobile version