चुनाव आयोग ने उपलब्ध कराया नया सॉफ्टवेयर, अब बूथों को ढूंढ़ने में नहीं होगी परेशानी
जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम में शहर से लेकर गांव तक के बूथों को गूगल से मैपिंग (अच्छादित) की जा रही है. इसके लिए चुनाव आयोग ने नया सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया है. इससे बूथ स्तर पर उपलब्ध बेसिक मिनिमम फैसीलिटी (बीएमएफ) की जानकारी आम उपभोक्ता को उनके स्मार्ट फोन पर भी मिल सकेगी. बूथ के नाम के […]
जमशेदपुर: पूर्वी सिंहभूम में शहर से लेकर गांव तक के बूथों को गूगल से मैपिंग (अच्छादित) की जा रही है. इसके लिए चुनाव आयोग ने नया सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया है. इससे बूथ स्तर पर उपलब्ध बेसिक मिनिमम फैसीलिटी (बीएमएफ) की जानकारी आम उपभोक्ता को उनके स्मार्ट फोन पर भी मिल सकेगी. बूथ के नाम के साथ बूथ (मतदान केंद्र) पर शौचालय की सुविधा, फर्नीचर(बेंच-डेस्क), पेयजलापूर्ति, भवन, शेड समेत अन्य आधारभूत सुविधा की स्थिति, बूथ में दिव्यांगों के जाने के लिए रैंप की उपलब्धता आदि की जानकारी फोटो सहित उपलब्ध होगी.
दोबारा मेहनत पड़ेगी. बूथों के डिजिटलाइजेशन के लिए चुनाव आयोग ने पहले जो सॉफ्वेयर दिया था, उसमें जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा समेत छह विधानसभा में बेसिक मिनिमम फैसिलिटी की इंट्री की गयी, लेकिन अब आयोग ने नया सॉफ्टवेयर भेजा है, इसमें डाटा के साथ बूथ, वहां उपलब्ध संसाधन, रैंप आदि की तसवीर भेजनी है. इस कारण फिर एक बार से एक -एक बूथ पर बीएलओ को मेहनत करनी पड़ेगी.
बूथों के बेसिक मिनिमम फैसिलिटी की फोटो सहित विस्तृत जानकारी लेकर डिजिटलाजेशन करने के लिए चुनाव आयोग ने नया सॉफ्टवेयर दिया है, इस पर जल्द काम पूरा किया जायेगा.
सूरज कुमार, निर्वाचन निबंधन पदाधिकारी सह धालभूम एसडीओ, जमशेदपुर.