राष्ट्रीय एकता काे मजबूत बनाने में हिंदी महत्वपूर्ण कड़ी : प्रो इब्राहिम

जमशेदपुर: सीएसआइआर-एनएमएल जमशेदपुर में हिंदी सप्ताह 2016 के समापन समाराेह काे संबाेधित करते हुए करीम सिटी कॉलेज के प्राेफेसर याहिया इब्राहिम ने कहा कि राष्ट्रीय एकता काे स्थायी बनाने आैर सुदृढ़ करने में राजभाषा हिंदी निश्चय ही अन्य भारतीय भाषाआें आैर विदेशी भाषाआें की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है. हिंदी एक विकासशील […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 15, 2016 2:19 AM
जमशेदपुर: सीएसआइआर-एनएमएल जमशेदपुर में हिंदी सप्ताह 2016 के समापन समाराेह काे संबाेधित करते हुए करीम सिटी कॉलेज के प्राेफेसर याहिया इब्राहिम ने कहा कि राष्ट्रीय एकता काे स्थायी बनाने आैर सुदृढ़ करने में राजभाषा हिंदी निश्चय ही अन्य भारतीय भाषाआें आैर विदेशी भाषाआें की तुलना में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है.
हिंदी एक विकासशील भाषा है, जिसका प्रयोग क्षेत्र दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. एनएमएल के वरीय वैज्ञानिक डॉ एनजी गोस्वामी ने कहा कि भारत सदा से विभिन्नता में एकता का देश रहा है. यह बात जितनी धर्म, संस्कृति और सामाजिक मान्यताओं पर लागू होती हैं, उससे भी अधिक भाषा पर लागू होती है.

राष्ट्रीय एकता की भाषा के रूप में हिंदी की स्थापना या समर्थन का तात्पर्य यह नहीं है कि अन्य प्रादेशिक भाषाओं को महत्त्व नहीं दिया जायेगा. एनएमएल के वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी डॉक्टर पुरुषोत्तम कुमार ने गृहमंत्री माननीय राजनाथ सिंह का संदेश पढ़ कर सुनाया. कार्यक्रम में डीके सरकार, कुमार राहुल, बबलू कुमार गोंड, परमार्थ सुमन, टीके भट्टचार्जी, अमोद कुमार, वेद प्रकाश, अनिल कुमार शर्मा, शिव शंकर कुमार, अंजनि कुमार साहू, पंपा देवी, अर्चना कुमारी, रेखा पंडा एवं एस नाइया आदि की भूमिका महत्वपूर्ण रही.

हिंदी निबंध (हिंदी भाषी)
क्रम नाम प्रभाग अनुभाग श्रेणी
1. परमार्थ सुमन बिल अनुभाग प्रथम
2. आरती कुमारी एमइएफ द्वितीय
3. अमित प्रकाश एमएसटी तृतीय
4. शशिकांत चौधरी आइसीटीयू सांत्वना
अन्य भाषा–भाषी के लिए
1. देबस्मिता दास वित्त एवं लेखा प्रथम
2. स्वाति प्रमाणिक एमइएफ द्वितीय
3. रेखा पंडा एमइएफ तृतीय
4. सुदीप कुंडु आइसीटीयू सांत्वना
हिंदी में कार्य के लिए प्रशंसा पत्र
परमार्थ सुमन, डॉक्टर मनीष कुमार झा, अखिलेश कुमार निगम, शीतल कुमार सिंह, सुधीर कुमार, मो नईम अंसारी, सनातन नाइया, सीआर चक्रवर्ती आिद.

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