पिलेट निर्माण में बेंचमार्क बनाने की जरूरत : दास

जमशेदपुर. सर्वश्रेष्ठ पिलेट उत्पादन कर पिलेट निर्माण में विश्व में एक बेंचमार्क स्थापित करने की जरूरत है. तभी विश्व में भारत का आर्थिक विकास संभव हो सकेगा. उक्त बातें टाटा स्टील के उपाध्यक्ष आयरन मेकिंग बीके दास ने कही. श्री दास गुरुवार को रुसी मोदी सेंटर फॉर एक्सीलेंस में दी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेटल्स, जमशेदपुर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 23, 2016 8:17 AM
जमशेदपुर. सर्वश्रेष्ठ पिलेट उत्पादन कर पिलेट निर्माण में विश्व में एक बेंचमार्क स्थापित करने की जरूरत है. तभी विश्व में भारत का आर्थिक विकास संभव हो सकेगा. उक्त बातें टाटा स्टील के उपाध्यक्ष आयरन मेकिंग बीके दास ने कही. श्री दास गुरुवार को रुसी मोदी सेंटर फॉर एक्सीलेंस में दी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेटल्स, जमशेदपुर चैप्टर की ओर से पिलेट मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के सहयोग से आयरन ओर पिलेटाइजेशन पर एक दो दिवसीय कार्यशाला में बोल रहे थे.
कार्यशाला का विषय ‘हाल के दिनों में आयरन ओर पिलेटाइजेशन टेक्नोलॉजी में उन्नति और पर्यावरण पर इसका प्रभाव’ था. दो दिनों के दौरान कार्यशाला में रॉ मैटेरियल बेनेफिसिएशन, अयस्कों का खनिज विज्ञान, पिलेटाइजेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विकास, गुणवत्ता नियंत्रण, वैकल्पिक ईंधन, शून्य उत्सर्जन, अपशिष्ट ताप का उपयोग, ठोस अपशिष्टों की रिसाइकलिंग और प्लांट नियंत्रण में सर्वश्रेष्ठ अभ्यासों जैसे क्षेत्र पर चर्चा होगी.

जमशेदपुर आइआइएम के एमके अग्रवाल ने आयरन निर्माण के लिए उत्पादित होने वाले पिलेट की गुणवत्ता पर अपने विचार रखे. टाटा स्टील के आरएंडडी चीफ प्रोसेस डॉ अतनु रंजन पाल ने पिलेट निर्माण की टेक्नोलॉजी को समझने और इस प्रकार, उद्योग की संरचनात्मक सहायता करने पर बल दिया. कार्यशाला में टाटा स्टील यूरोप, मेस्टो, ऑटोटेक, कोबे स्टील, मेटल इंक, पॉलवर्थ और वेसुवियस जैसी विदेशी कंपनियों समेत टाटा स्टील, टीसीएस आदि कंपनियां हिस्सा ले रही हैं.

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