सदर अस्पताल: बैठक करते रहे डॉक्टर बिना इलाज लौटे मरीज

जमशेदपुर: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) आहूत डॉक्टरों की तीन दिवसीय राज्यव्यापी हड़ताल के पहले दिन सदर अस्पताल का नजारा मानवीय संवेदना को झकझोर देने वाला था. हड़ताल के दौरान सभी डॉक्टर अस्पताल में मौजूद थे. कई डॉक्टर सिविल सर्जन के साथ बैठक कर रहे थे तो दूसरी ओर मरीज बाहर में परेशान थे. कई लोग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2016 2:17 AM
जमशेदपुर: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) आहूत डॉक्टरों की तीन दिवसीय राज्यव्यापी हड़ताल के पहले दिन सदर अस्पताल का नजारा मानवीय संवेदना को झकझोर देने वाला था. हड़ताल के दौरान सभी डॉक्टर अस्पताल में मौजूद थे. कई डॉक्टर सिविल सर्जन के साथ बैठक कर रहे थे तो दूसरी ओर मरीज बाहर में परेशान थे. कई लोग वायरल फीवर व बीमारियों से पीड़ित थे.
लेकिन डॉक्टरों ने इन्हें नहीं देखा. हालांकि अस्पताल में इमरजेंसी सेवा चालू थी. लेकिन यहां भी कम मरीजों काे ही डॉक्टरों ने देखा. बड़ी संख्या में मरीज वापस लौट गये. मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने, डायनामिक एसीपी न मिलने व डॉक्टरों की प्राइवेट प्रैक्टिस बंद करने के आदेश के विरोध में सरकारी डॉक्टर तीन दिन की हड़ताल पर हैं. हड़ताल के कारण बुधवार को दिनभर मरीज परेशानी रहे.
एमजीएम में खुले रहे सभी विभाग. एमजीएम अस्पताल में हड़ताल का कोई असर देखने को नहीं मिला. वहां प्रतिदिन की तरह ओपीडी सेवा चली व मरीजों का इलाज भी हुआ. अस्पताल अधीक्षक डॉ विजय शंकर दास ने बताया कि अस्पताल में कोई भी डॉक्टर हड़ताल में शामिल नहीं थे.
30 को प्राइवेट डॉक्टर भी रहेंगे हड़ताल पर
29 सितंबर को सरकारी डॉक्टर हड़ताल पर रहेंगे. साथ ही 30 सितंबर को सभी सरकारी व प्राइवेट डॉक्टर हड़ताल पर चले जायेंगे. इस दौरान इमरजेंसी व पाेस्टमार्टम विभाग का कार्य चलता रहेगा. बाकी सभी विभाग बंद रहेंगे.
डॉक्टरों की हड़ताल के कारण ओपीडी बंद था. सुबह से मरीज अस्पताल आ रहे थे. अस्पताल में इमरजेंसी चालू थी एवं मरीजों का इलाज वहां किया गया. जिससे किसी मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो.
डॉ एसके झा, सिविल सर्जन
हड़ताल पूरी तरह से सफल रही है. सदर अस्पताल सहित जिला के सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की इमरजेंसी सेवा को छोड़कर सभी विभाग बंद रहे.
डॉ मृत्युंजय सिंह, सचिव, आइएमए जमशेदपुर

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