पर्व में बढ़ जाती है ड्यूटी : बंटी
जमशेदपुर. डी बंटी राव ने बताया कि पर्व-त्योहार खासकर गणपति विसर्जन आैर छठ के अवसर पर उनकी ड्यूटी आैर बढ़ जाती है. समुद्र के पानी का किसी काे अंदाजा नहीं रहता है. पाठ-पूजा के दाैरान इतना मग्न हाे जाते हैं कि उन्हें खुद के समुद्र के गहरे पानी में चले जाने का एहसास नहीं हाेता […]
जमशेदपुर. डी बंटी राव ने बताया कि पर्व-त्योहार खासकर गणपति विसर्जन आैर छठ के अवसर पर उनकी ड्यूटी आैर बढ़ जाती है. समुद्र के पानी का किसी काे अंदाजा नहीं रहता है. पाठ-पूजा के दाैरान इतना मग्न हाे जाते हैं कि उन्हें खुद के समुद्र के गहरे पानी में चले जाने का एहसास नहीं हाेता है. इसी दाैरान उनके साथ हादसा हाेने की संभावना बढ़ जाती है. वे अपने साथियाें के साथ समुद्र के चार किलाेमीटर क्षेत्र में नजर बनाये रखते हैं.
पेशे से फाेटाेग्राफर बंटी सुबह से लेकर देर रात तक जुहू के समुद्र तट पर अपने गले में कैमरा लटकाये घूमते रहते हैं. वे लाेगाें काे गाइड भी करते हैं आैर जब उन्हें काेई समुद्र में डूबता हुआ दिखायी पड़ता है, ताे कैमरा गले से निकालकर पलक झपकते ही समुद्र में छलांग लगा देते हैं. डी बंटी राव के पिता टाटा स्टील में ठेकेदार थे. उनकी मां लक्ष्मी देवी हाउस वाइफ थी. माता-पिता का निधन हाेेने के बाद बंटी आैर उसके भाई-बहन काे अंकल-आंटी ने ही पाला.