निरसा में फंदे से झूलती मिली बागबेड़ा की पूजा
जमशेदपुर : बागबेड़ा ट्रैफिक कॉलोनी निवासी दीपेंद्र कुमार उपाध्याय की पुत्री पूजा कुमारी (22) बीती रात धनबाद के निरसा थाना क्षेत्र स्थित अपनी ससुराल के घर में फांसी के फंदे से झूलती पायी गयी. ससुराल वालों का कहना है कि पूजा ने आत्महत्या कर ली है जबकि पूजा के मायके वालों का कहना है कि […]
जमशेदपुर : बागबेड़ा ट्रैफिक कॉलोनी निवासी दीपेंद्र कुमार उपाध्याय की पुत्री पूजा कुमारी (22) बीती रात धनबाद के निरसा थाना क्षेत्र स्थित अपनी ससुराल के घर में फांसी के फंदे से झूलती पायी गयी. ससुराल वालों का कहना है कि पूजा ने आत्महत्या कर ली है जबकि पूजा के मायके वालों का कहना है कि दहेज के लिए उसकी हत्या कर दी गयी है. मृतका के पिता के बयान पर शुक्रवार को निरसा थाने में पति जितेंद्र कुमार पांडेय (30)समेत अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
मृतका के पिता दीपेंद्र कुमार उपाध्याय के अनुसार गुरुवार को देर रात (12 बजे के करीब) फोन पर उन्हें पूजा के ससुराल वालों ने पूजा की मौत की सूचना दी. उसी रात वे गाड़ी से धनबाद के लिए रवाना हो गये. पूजा के निरसा के बासुदेव कैंप स्थित ससुराल पहुंचने पर बताया गया कि उसने घर में फांसी लगा ली है. दीपेंद्र कुमार उपाध्याय के मुताबिक उनकी बेटी को अक्सर दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था. वह आत्महत्या नहीं कर सकती है.
इधर, मृतका के ससुराल वालों के मुताबिक गुरुवार की रात पूजा का पति जितेंद्र खाना खाने के बाद स्थानीय एक निजी कंपनी में ड्यूटी चला गया. परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पूजा खाना खाकर अपनी पुत्री (13माह) के साथ सोने चली गयी. दो-तीन घंटे के बाद उसके पुत्री की जोर-जोर से रोने की आवाज आयी. जब अंदर से दरवाजा नहीं खुला तो परिजन दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसे तो देखा कि पूजा फांसी के फंदे से लटक रही है.
उसे स्थानीय नर्सिंग होम ले जाया गया लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पूजा ने क्यों आत्महत्या की, यह समझ से परे है. घर में किसी से कोई विवाद नहीं था. पूजा की जितेंद्र के साथ वर्ष 2013 में शादी हुई थी. उसे करीब 13 माह की एक बच्ची (बॉबी) है. जितेंद्र अपनी मां, दो बड़े भाई हरेराम व पप्पू के साथ बासुदेवपुर कैंप में रहता है. दीपेंद्र कुमार उपाध्याय के तीन पुत्र व दो पुत्रियों में पूजा बड़ी थी.