बांबे हाउस जायेगा टायो की बंदी का मामला
जमशेदपुर: टायो रोल्स के क्लोजर पर झारखंड सरकार के श्रम मंत्रालय की ओर से लगायी गयी रोक के बाद भी मामले की लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसको लेकर मजदूरों की अगुवाई करने वाली टायो संघर्ष समिति के लोगों ने तय किया है कि वे लोग सायरस मिस्त्री के कार्यकाल में उठाये […]
जमशेदपुर: टायो रोल्स के क्लोजर पर झारखंड सरकार के श्रम मंत्रालय की ओर से लगायी गयी रोक के बाद भी मामले की लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसको लेकर मजदूरों की अगुवाई करने वाली टायो संघर्ष समिति के लोगों ने तय किया है कि वे लोग सायरस मिस्त्री के कार्यकाल में उठाये गये मजदूर विरोधी कदम की जानकारी देने के लिए टाटा घराने की बांबे हाउस भी जायेंगे, ताकि वे लोग चेयरमैन रतन टाटा तक अपनी बातों को पहुंचा सकें. इसके लिए एक टीम द्वारा जाने की तैयारी की गयी है.
इन लोगों का मानना है कि सायरस मिस्त्री व टीम के फैसले के कारण जापानी तकनीक वाली कंपनी टायो बंद की जा रही है और इसमें षड़यंत्र है. दूसरी ओर, वीएसएस (वोलंटरी सेपरेशन स्कीम) लेने वाले कर्मचारियों को मैनेजमेंट की ओर से अब तक इलाज के लिए किसी तरह का कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. इसका एक्सटेंशन करने का वादा किया गया था, लेकिन यह एक्सटेंशन नहीं किया गया है.
अब तो ऑथोराइजेशन भी नहीं दिया जा रहा है, ताकि लोगों का इलाज टीएमएच में हो सके. चूंकी, क्लोजर पर ही रोक लग चुका है, इस कारण कर्मचारी भी मेडिकल बुक को सरेंडर करने के मूड में नहीं हैं.