अल्लामा अरशदुल कादरी का योगदान एक मिसाल

जमशेदपुर : धातकीडीह स्थित मदरसा फैजुल उलूम में कुल शरीफ व चादरपाेशी के साथ अल्लामा अरशदुल कादरी रअ. का 15वां उर्स बुधवार काे संपन्न हाे गया. देर रात मदरसा के रीडिंग हॉल में आयाेजित समाराेह में किरत, हिफ्ज व फाजिल बने मदरसा के छात्राें की दस्तारबंदी हुई. जिन्हें शब ए बारात के अवसर पर प्रशस्ति […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 17, 2016 8:30 AM
जमशेदपुर : धातकीडीह स्थित मदरसा फैजुल उलूम में कुल शरीफ व चादरपाेशी के साथ अल्लामा अरशदुल कादरी रअ. का 15वां उर्स बुधवार काे संपन्न हाे गया. देर रात मदरसा के रीडिंग हॉल में आयाेजित समाराेह में किरत, हिफ्ज व फाजिल बने मदरसा के छात्राें की दस्तारबंदी हुई. जिन्हें शब ए बारात के अवसर पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा. जलसा में नेपाल से आये माैलाना मुफ्ती जैश ए माेहम्मद काे कायदे अहले सुन्नत अवार्ड प्रदान किया गया. उन्हें शॉल, शील्ड आैर प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया.

इस अवसर पर अल्लामा के साथ काफी वक्त व्यतीत करनेवाले माैलाना जैश ए माेहम्मद ने कहा कि अल्लामा अरशदुल कादरी रअ. के काम का तरीका उम्मदा था. जिस काम के पीछे वे लगते थे, उसमें अपना शत-प्रतिशत याेगदान देते थे. इस अवसर पर मुख्य अतिथि मुबारपुर के माैलाना जामियातुल अशरफिया के माैलाना अब्दुल हफीज माैजूद थे. इसके अलावा बिहार के गुलाम रसूल वलियावी, देवघर से माैलाना शमशुद्दीन, माैलाना यासीन, बाेकाराे से माैलाना गुलाम मुजकिर, दिल्लीि से माैलाना महमूद गाजी अहजरी, काेलाकाता से माैलाना जमाल, जमशेदपुर से डॉ गुलाम जरकानी, हाफिज असरार अहमद के अलावा कई उलेमा-आलिम, माैलाना व जमशेदपुर फैजुल उलूम के शिक्षक माैजूद थे. संचालन बाेकाराे से आये माैलाना इलियास फैजी ने किया.

सुबह से ही मजार पर पहुंचने लगे : अल्लामा अरशदुल कादरी रअ. की मजार पर सुबह से ही उनकाे चाहनेवालाें की भीड़ लगनी शुरू हाे गयी थी. दिन के वक्त जियाइया दारुल किरत के कारी असलम रब्बानी ने मदरसा के छात्राें के साथ चादरपाेशी की. इसके बाद नात खानी का कार्यक्रम हुअा. इसके बाद शाम 4.35 में कुल शरीफ का आयाेजन किया गया.

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