जमशेदपुर: नेताओं का कालाधन खपाने की सूचना पर आयकर की टीम ने चांडिल के गिट्टी-बालू सप्लायर हरेलाल महताे के ठिकानाें काे खंगाल डाला. 12 घंटे तक लगातार चले सर्वे में आयकर अधिकारियाें के समक्ष हरेलाल महताे ने डेढ़ कराेड़ की अघाेषित संपत्ति का खुलासा किया है.
जांच में यह पता चला है कि नोटबंदी लागू हाने के बाद हरेराम महतो द्वारा बैंकाें में 15 लाख से अधिक रुपये जमा कराये गये हैं. वहीं नकद लगभग सात लाख उनके पास से बरामद किये गये. आयकर टीम ने चिलगू स्थित प्लांट, पारडीह में ट्रांसपाेर्ट कार्यालय आैर साेनारी स्थित वृंदावन अपार्टमेंट में भी जांच की. हरेलाल महताे के पास बीएमडब्ल्यू गाड़ी देखकर भी आयकर अधिकारियाें ने सवाल किया. यह वाहन हरेलाल महताे ने बैंक से 100 प्रतिशत फाइनांस करायी है.
फाइनांस पर भी आयकर टीम ने सवाल पूछे. हरेलाल के पास बीएमडब्ल्यू, फॉर्चूनर, कार के अलावा करीब 50 से अधिक गाड़ियाें के कागजात की जांच आयकर टीम ने की. हरेलाल महताे के कार्यालय से बरामद सभी रुपये 500-1000 के पुराने नाेट हैं. आइटी टीम काे बताया गया कि चालक-खलासी का खुराकी आैर गाड़ियाें में पेट्राेल भराने के लिए यह राशि 24 घंटे रखनी पड़ती है.
गुरुवार की सुबह पांच बजे खत्म हुआ सर्वे
आयकर अन्वेषण विभाग के उप निदेशक विजय कुमार के नेतृत्व में हरेलाल महताे के तीन ठिकानाें पर बुधवार शाम करीब पांच बजे सर्वे शुरू किया गया था. यह गुरुवार की सुबह पांच बजे खत्म हुआ. जांच में आयकर टीम को पता चला कि बालू-गिट्टी का काराेबार कच्चे के रूप में बड़े पैमाने पर किया जा रहा है. 50 से अधिक गाड़ियां हरेराम के पास मिली हैं, जिनमें अधिकांश की खरीद फाइनांस पर की गयी है. आयकर टीम ने हरेलाल महताे के कार्यालय से कई दस्तावेज अपने कब्जे में लिया है. आयकर अधिकारियों के अनुसार हरेलाल महताे ने जितने काराेबार का खुलासा किया है, वह उससे अधिक व्यवसाय कर रहा है. हरेलाल महताे के कार्यालय से जब्त कागजाताें की जांच एक टीम करेगी. जांच में यह पता चला कि हरेलाल महताे ने पर्सनल लाेन भी कई बैंकाें से ले रखा है. हालांकि आयकर की जांच में ऐसा कोई सबूत नहीं सामने आया जिससे यह साबित होता हो कि हरेलाल महताे के काराेबार में किसी राजनेता का पैसा लगा हुआ है.