यूसिल बराज की मरम्मत का प्रयास विफल, गहरायेगा संकट

जादूगोड़ा. यूसिल बराज का पांच नंबर फाटक टूटने के कारण रातभर में डैम का सारा पानी बह गया. यूसिल प्रबंधन की ओर से शनिवार की सुबह टूटे फाटक के पास बालू की बोरियां डालकर पानी को रोकने का प्रयास नाकाम रहा. पानी अब भी सिपेज कर रहा है. 25 फीट क्विक लीटर पानी की क्षमता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2016 1:24 AM
जादूगोड़ा. यूसिल बराज का पांच नंबर फाटक टूटने के कारण रातभर में डैम का सारा पानी बह गया. यूसिल प्रबंधन की ओर से शनिवार की सुबह टूटे फाटक के पास बालू की बोरियां डालकर पानी को रोकने का प्रयास नाकाम रहा. पानी अब भी सिपेज कर रहा है. 25 फीट क्विक लीटर पानी की क्षमता वाले यूसिल बराज में अब मात्र दस फीट ही पानी बचा हुआ है.
कोलकाता से पहुंची टीम : कंपनी के सभी अधिकारी बराज के टूटे फाटक का निरीक्षण कर शीघ्र मरम्मत कराने के प्रयास में जुटे हुए हैं. बराज की मरम्मत के लिए कोलकाता से जोसफ कंपनी की यूटीएस टीम को बुलाया गया है. टीम के सदस्यों ने शनिवार को यहां पहुंचकर फाटक का निरीक्षण किया. संभवत: वे रविवार से मरम्मत का कार्य शुरू करेंगे.
वेस्टेज पानी से चलायी जा रही है जादूगोड़ा मिल : फाटक टूटने के बाद रात में जादूगोड़ा मिल बंद कर दिया गया था. जिसे सुबह छह बजे पुन: चालू कर दिया गया. माइंस से निकलने वाले पानी और टेलिंग पौंड से बहने वाले पानी का उपयोग कर मिल को चालू किया गया है. हालांकि फाटक टूटने से नरवा पहाड़ माइंस के उत्पादन पर फिलहाल कोई असर नहीं पड़ा है.
आज से क्षेत्र में सुबह और शाम एक-एक घंटे होगी पेयजल की आपूर्ति : यूसिल बराज का फाटक टूटने से क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति पर पहले दिन आंशिक असर दिखा. रविवार से जलापूर्ति में कटौती कर सुबह-शाम एक-एक घंटे पेयजल आपूर्ति का निर्णय लिया गया है.
बीडीओ और सीओ ने किया बराज का निरीक्षण : शनिवार की सुबह मुसाबनी के बीडीओ संतोष कुमार गुप्ता और सीओ साधुचरण देवगम ने बराज का निरीक्षण किया. यूसिल के डायरेक्टर फाइनेंस देवाशीष घोष, महाप्रबंधक खान एससी भौमिक समेत तमाम वरीय अधिकारी बराज से संबंधित पहलुओं पर पल-पल नजर रखे हुए हैं. रिपोर्ट डीएइ को भी भेज दी गयी है.

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