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अब सैलेरी व पेंशन के लिए लगेगी लाइन

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जमशेदपुर. नोटबंदी के बाद नकदी के संकट से सबसे अधिक सेवारत कर्मचारी जूझ रहे हैं. ग्राहकों को निजी खातों से 24,000 रुपये तक निकालने की छूट दी गई है लेकिन बैंकों में चार-चार घंटे लाइन में लगने के बाद कर्मचारियों को 2000-2000 रुपये दिए जा रहे हैं. एक तारीख से कर्मचारियों का वेतन एकाउंट में […]

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जमशेदपुर. नोटबंदी के बाद नकदी के संकट से सबसे अधिक सेवारत कर्मचारी जूझ रहे हैं. ग्राहकों को निजी खातों से 24,000 रुपये तक निकालने की छूट दी गई है लेकिन बैंकों में चार-चार घंटे लाइन में लगने के बाद कर्मचारियों को 2000-2000 रुपये दिए जा रहे हैं.
एक तारीख से कर्मचारियों का वेतन एकाउंट में जायेगा, तो पेंशनधारी के एकाउंट में पेंशन. ऐसे में घर चलाने के लिए रुपये की निकासी के लिए बैंक व एटीएम में लाइन लगेगी. कर्मचारियों को बैंकों से नकदी लेने के लिए सबसे अधिक पसीना बहाना पड़ेगा. एटीएम से मात्र दो हजार निकलने से खर्च नहीं चल पा रहा है. दो हजार में लोग रोजमर्रा का खर्च चलाएं या मकान का किराया, दूध का पैसा, राशन की खरीदारी करें आदि.
बैंक में लंबी लाइन लगाने पर भी सिर्फ चार हजार रुपये मिल रहे हैं. समस्या यह है कि कर्मचारी प्रतिदिन रुपये के लिए लाइन में लगें या ड्यूटी करें.
बैंकों में एक से दस तक रहेगी खास व्यवस्था. बैंकों में एक से दस नवंबर तक लोगों के वेतन की निकासी के लिए खास व्यवस्था होगी. इसके अलावा काउंटर की संख्या बढ़ाने का प्रयास चल रहा है. जबकि एटीएम में भी पैसों की उपलब्धता रहे, इसके लिए भी व्यवस्था की जा रही है.
वेतनभोगियों को मिलेगा पर्याप्त पैसा : सेंट्रल बैंक

वेतन भोगी कर्मचारियों को पर्याप्त पैसा मिलेगा. जो सीमा तय की गयी है, उस सीमा के तहत आसानी से लोग पैसे निकाल सकते है, कैश की कोई दिक्कत नहीं है.

रामेश्वर रजक, चीफ मैनेजर, सेंट्रल बैंक
कोशिश होगी कि वेतन में समस्या नहीं हो : बीओआइ
वेतन को लेकर कोशिश होगी कि समस्या नहीं हो पाये. कैश की ज्यादा दिक्कत नहीं है. हम लोगों को रुपये मिल रहे है, इस कारण कोई ज्यादा परेशानी नहीं होगी.
विपिन कुमार, एजीएम, बैंक ऑफ इंडिया
कैश की उपलब्धता के लिए चल रही बात: बॉब
यह परेशानी तो है, लेकिन हम लोग काउंटर बढ़ा सकते है. लोगों को दिक्कत नहीं हो, इसके लिए कैश की उपलब्धता के लिए हेड ऑफिस से बातचीत चल रही है.
आरके मंडल, एजीएम, बैंक ऑफ बड़ोदा
जरूरत के मुताबिक काउंटर की संख्या बढ़ेगी : एसबीआइ
जरूरत के मुताबिक काउंटरों की संख्या बढ़ायी जायेगी. वेतन के मौके पर किसी को परेशानी नहीं हो, पर्याप्त राशि लोगों को मिले, यह हर संभव कोशिश करेंगे.
आरके वर्मा, एजीएम, स्टेट बैंक

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