जमशेदपुर के कोर्ट परिसर में फायरिंग, उपेंद्र सिंह की हत्या
वारदात. हथियार लेकर अदालत परिसर में घुस गये तीन अपराधी जमशेदपुर : जमशेदपुर के कोर्ट परिसर में बुधवार को हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर रेलवे के पूर्व ठेकेदार और याराना बस के मालिक उपेंद्र सिंह की हत्या कर दी. घटना दिन के करीब दो बजे की है. बागबेड़ा निवासी उपेंद्र सिंह एक मामले में जमानत […]
वारदात. हथियार लेकर अदालत परिसर में घुस गये तीन अपराधी
जमशेदपुर : जमशेदपुर के कोर्ट परिसर में बुधवार को हमलावरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर रेलवे के पूर्व ठेकेदार और याराना बस के मालिक उपेंद्र सिंह की हत्या कर दी. घटना दिन के करीब दो बजे की है.
बागबेड़ा निवासी उपेंद्र सिंह एक मामले में जमानत के लिए अपने समर्थकों के साथ अधिवक्ता के पास आये हुए थे. घटना के बाद आक्रोशित अधिवक्ताओं ने दो हमलावरों गोलमुरी निवासी विनोद सिंह अौर बर्मा माइंस के विक्की को दबोच लिया गया. लोगों ने दोनों की जम कर पिटाई कर दी. पुलिस ने दोनों को किसी तरह सुरक्षित निकाला.
पिस्ताैल सटा कर भी मारी गोलियां : कोर्ट परिसर में आने के बाद उपेंद्र सिंह अधिवक्ता सीएसपी राय की कुरसी पर बैठे थे. इस बीच वहां पहुंचे तीन हमलावरों में दो ने उपेंद्र सिंह पर फायरिंग कर दी. गोली लगने के बाद वह गिर गये. इसके बाद हमलावरों ने सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में भी सटा कर गोलियां मारी. बार भवन में दिनदहाड़े हुई इस घटना से अधिवक्ता व वहां मौजूद लोगों में भगदड़ मच गयी. घटना के समय कई अधिवक्ता वहां मौजूद थे. अधिवक्ताअों ने कुरसी फेंक कर हमलावरों को मारा अौर बार भवन से निकलनेवाले दो गेट बंद कर दिये.
उपेंद्र सिंह को तत्काल टीएमएच ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
कई अधिकारी पहुंचे मौके पर
घटना के तुरंत बाद कोर्ट परिसर के दोनों दरवाजे बंद कर दिये गये. बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया. घटनास्थल पर एसएसपी, सिटी एसपी समेत कई आला अधिकारियों ने पहुंच कर मामले की जांच की. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमलावरों ने 16 से 17 राउंड फायरिंग की. पुलिस को घटनास्थल से 7.65 बोर की सात गोली, प्वाइंट 32 की 11 गोली, 315 की तीन गोली, पांच खोखा, 315 बोर का एक खोखा, एक रिवाल्वर, एक पिस्टल, एक डबल बैरल देसी पिस्तौल, दो मोबाइल फोन मिले हैं. शाम 4.30 बजे खोजी कुत्ते के साथ सीआइडी व फॉरेंसिक की टीम घटनास्थल पर पहुंची और जांच की.
…तो पेन डाउन स्ट्राइक करेंगे अधिवक्ता
घटना पर अधिवक्ताअों में आक्रोश है.उन्होंने पुलिस के खिलाफ कोर्ट परिसर में नारेबाजी की. बार एसोसिएशन के महासचिव अनिल कुमार तिवारी ने बताया कि दो साल पूर्व कोर्ट परिसर में फायरिंग की घटना हुई थी, जिसके बाद सुरक्षा की अोर ध्यान आकृष्ट कराया गया था. इसके बावजूद सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गयी. अधिवक्ताओं ने बैठक कर निर्णय लिया है कि जब तक सुरक्षा नहीं मिलेगी, बार एसोसिएशन के सभी अधिवक्ता गुरुवार से पेन डाउन स्ट्राइक पर रहेंगे.
टीएमएच में हंगामा, तोड़फोड़
घटना के बाद उपेंद्र सिंह के परिजनों व समर्थकों ने टीएमएच में हंगामा किया. गाड़ियों व गेट में तोड़फोड़ की. घायल हमलावरों का इलाज बंद करा दिया अौर मारपीट की. इस दौरान सिटी एसपी प्रशांत आनंद के साथ धक्का-मुक्की भी की.
बागबेड़ा के मामले में जमानत लेने आये थे उपेंद्र
बागबेड़ा के सिदो-कान्हू मैदान में पिछले माह जमीन विवाद को लेकर मारपीट-फायरिंग की घटना हुई थी. इस मामले में उपेंद्र सिंह समेत अन्य लोगों पर मामला दर्ज हुआ था. एक दिन पूर्व सुलह के आधार पर तीन लोगों को जमानत मिली थी. बुधवार को उपेंद्र सिंह जमानत कराने पहुंचे थे.
आज से तड़ीपार होना था उपेंद्र सिंह को : उपेंद्र सिंह बिल्डर सह पार्टनर राम सकल प्रसाद की एक अगस्त 2015 को हत्या कराने के मामले में जेल गये थे. कुछ माह पूर्व जमानत पर जेल से छूटे थे. जिला पुलिस की अनुशंसा पर उपायुक्त ने उपेंद्र सिंह को छह माह के लिए तड़ीपार करने का आदेश दिया था. यह आदेश एक दिसंबर से लागू होनेवाला था.
शूटर िवक्की ने िकया खुलासा
अखिलेश सिंह ने दी थी सुपारी दो लाख मिला था एडवांस
पकड़े गये शूटर विक्की उर्फ सोनू सिंह ने पुलिस को बताया कि अखिलेश सिंह ने ही हत्या की सुपारी दी थी़ विक्की ने पुलिस को बताया कि अखिलेश सिंह के समर्थक अधिवक्ता की स्टीकर लगी कार से शूटरों को कोर्ट परिसर के अंदर ले गये. इस कारण गेट पर तैनात सात पुलिसकर्मियों ने कार को चेक नहीं किया.
कार पर अखिलेश सिंह के समर्थकों के अलावा गोलमुरी केबुल टाउन का पंकज सिंह, बर्मा माइंस रुइया पहाड़ का सोनू सिंह उर्फ विक्की और विनोद सिंह सवार थे. उपेंद्र सिंह के कोर्ट में आने के बाद अखिलेश सिंह के समर्थक ने तीनों शूटरों को उतारा और फिर वापस उसी गेट से बाहर निकल गये. विक्की ने पुलिस को बताया है कि पंकज सिंह ने बीती रात उसे और विनोद सिंह को गोलमुरी केबुल टाउन बस्ती में बुलाया. वहां पर पंकज ने दोनों को अखिलेश सिंह गिरोह में शामिल होने की बात कही. पंकज ने दोनों को उपेंद्र सिंह की हत्या करने का प्लान बताते हुए दो लाख रुपये एडवांस दिया. उक्त राशि को दोनों ने आपस में बांट लिया़
सीएम नाराज
डीजीपी व एसपी को दिया कार्रवाई का निर्देश
दो जून 2015 को हजारीबाग कोर्ट कैंपस में हुई थी फायरिंग
भोला पांडेय गिरोह के शूटरों ने
एके-47 से सुशील श्रीवास्तव को
भून डाला था