गम्हरिया व खरसावां बनेंगे कैशलेस प्रखंड
गम्हरिया. डिजीटल के क्षेत्र में जिले को अव्वल बनाते हुए गम्हरिया व खरसावां प्रखंड को कैशलेस प्रखंड बनाया जायेगा. उक्त बातें उपायुक्त के श्रीनिवासन ने प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार में कैशलेस झारखंड पर आयोजित कार्यशाला में कही. उन्होंने कहा कि बेहतर अर्थव्यवस्था कायम करने के लिए पंचायत से लेकर प्रखंडों तक अभियान चलाया जायेगा. इसका […]
गम्हरिया. डिजीटल के क्षेत्र में जिले को अव्वल बनाते हुए गम्हरिया व खरसावां प्रखंड को कैशलेस प्रखंड बनाया जायेगा. उक्त बातें उपायुक्त के श्रीनिवासन ने प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार में कैशलेस झारखंड पर आयोजित कार्यशाला में कही. उन्होंने कहा कि बेहतर अर्थव्यवस्था कायम करने के लिए पंचायत से लेकर प्रखंडों तक अभियान चलाया जायेगा. इसका शुभारंभ गम्हरिया से किया गया. उन्होंने कहा कि कालेधन पर रोक लगाने व भ्रष्टाचार मुक्त देश बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को रुपे व एटीएम कार्ड से लैस किया जायेगा. अभियान के तहत प्रथम चरण में गम्हरिया व खरसावां प्रखंड का चयन किया गया है.
28 दिसंबर तक दोनों प्रखंडों को कैशलेस प्रखंड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. रुपे व एटीएम कार्ड के वितरण के बाद लोग व्यवसायियों समेत सभी प्रकार के विक्रेताओं से स्वैप मशीन के माध्यम से खरीददारी करेंगे. हाट-बाजारों में छोटे व्यवसायियों को भी इस अभियान से जोड़ा जायेगा. लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से दुकानदारों को स्वैप मशीन सस्ती दर पर उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. कार्यक्रम को एसडीओ दीपक कुमार, डीडीसी आलम इकबाल अंसारी, बीडीओ हरिशंकर बारिक, सीओ कामिनी कौशल लकड़ा व एलडीएम आरके सिन्हा ने भी संबोधित किया. इस मौके पर बीपीओ मनोज तियू, एलइओ विमोला तिर्की समेत प्रखंड व अंचलकर्मी, पंचायतों के मुखिया आदि उपस्थित थे.
कैशलेस अभियान की हुई शुरूआत : प्रखंड में कैशलेस अभियान का शुभारंभ किया गया. इसके तहत शुक्रवार को जागरुकता रथ ग्रामीण क्षेत्र की ओर रवाना हुआ. इसके माध्यम से विभिन्न पंचायतों में जाकर दो से 10 दिसंबर तक मनरेगा मजदूरों व ठेकाकर्मियों से लेकर सभी तबके के लोगों को जागरूक करते हुए अभियान से जोड़ा जायेगा.
ग्रामीणों को मिलेगा विशेष प्रशिक्षण
अभियान को सफल बनाने तथा मोबाइल एप, एटीएम कार्ड व रुपे कार्ड के इस्तेमाल के लिए ग्रामीणों को विशेष प्रशिक्षण दिया जायेगा. पंचायत सचिवालय के माध्यम से बैंक खाता से वंचित ग्रामीणों का खाता खोला जायेगा. बैकों की सहभागिता से महज 10 दिनों में सभी खाताधारियों के हाथों में एटीएम होगा.