झारखंड को पहला कैशलेस प्रदेश बनायेंगे : मुख्यमंत्री
राज्य स्तरीय स्वच्छता सम्मेलन में जुटे राज्य के 8 हजार प्रतिनिधि सीएम ने कहा-खुले में शौच मुक्त भी होगा राज्य पेयजल की 218 योजनाअों का उदघाटन अतुल्य पूर्वी सिंहभूम पर्यटन कैलेंडर विमोचित जमशेदपुर : झारखंड पूरे देश का पहला खुले में शौच मुक्त तथा कैशलेस राज्य बनने का गौरव हासिल करेगा. सरकार ने बजट में […]
राज्य स्तरीय स्वच्छता सम्मेलन में जुटे राज्य के 8 हजार प्रतिनिधि
सीएम ने कहा-खुले में शौच मुक्त भी होगा राज्य
पेयजल की 218 योजनाअों का उदघाटन
अतुल्य पूर्वी सिंहभूम पर्यटन कैलेंडर विमोचित
जमशेदपुर : झारखंड पूरे देश का पहला खुले में शौच मुक्त तथा कैशलेस राज्य बनने का गौरव हासिल करेगा. सरकार ने बजट में हर गांव के हर गरीब (बीपीएल परिवार) को रोजगार-स्वरोजगार से जोड़ने का लक्ष्य तय किया है. तीन साल में सरकार गरीबी को खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रही है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शनिवार को जेआरडी कॉम्प्लेक्स के आर्चरी ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय जल एवं स्वच्छता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं. सम्मेलन में राज्यभर से लगभग आठ हजार प्रतिनिधि शामिल हुए.
सम्मेलन में पेयजल की 218 योजनाअों का उदघाटन-लोकार्पण भी किया गया. इस अवसर पर राज्य के विभिन्न जिलों में खुले में शौचमुक्त पंचायत-प्रखंड बनाने वाले स्वच्छता चैंपियन को सम्मानित किया गया. साथ ही स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अभिनव प्रयोगों का संकलन-प्रकाशन अौर अतुल्य पूर्वी सिंहभूम के पर्यटन कैलेंडर का विमोचन भी मुख्यमंत्री ने किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 अक्तूबर 2014 को आह्वान किया है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती 2 अक्तूबर 2019 तक पूरे देश को स्वच्छ रख गांधीजी के सपने को पूरा करना है. पूरे देश-प्रदेश में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है.
2018 तक झारखंड को स्वच्छ झारखंड बनाया जायेगा. श्री दास ने मुखिया, सखी मंडल, सहिया, आंगनबाड़ी को गांव-गांव तक जागरूक करने तथा सरकार की योजनाअों को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की. श्री दास ने कहा कि झारखंड विकसित हो यह सरकार की प्राथमिकता है. स्वच्छ झारखंड, स्वस्थ झारखंड अौर सुखी झारखंड नारा नहीं,बल्कि सरकार का संकल्प है. आने वाले चार-पांच सालों के अंदर देश के विकसित राज्यों में झारखंड खड़ा रहेगा.
अॉनलाइन ट्रांजेक्शन से रुकेगी चोरी. सीएम ने कहा कि देश की आजादी के 70 साल बाद 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री ने देश से कालाधन बाहर निकालने, भ्रष्टाचार, कुशासन से देश की अर्थव्यवस्था को मुक्त कराने के लिए नोटबंदी की घोषणा की. जनता को परेशानी के बाद भी वह इस निर्णय के साथ है.