रिफाइन, आटा, सूजी-मैदा की कीमतों में तेजी
जमशेदपुर : नोटबंदी का असर झेल रहे आम लोगों को अब खाने-पीने के सामानों की बढ़ती कीमत का सामना करना पड़ रहा है. इससे उनका घरेलू बजट प्रभावित हो रहा है. खास कर गेहूं का आवक कम होने से आटे की कीमत में पांच रुपये प्रतिकिलो तक का उछाल आया है. दस दिन पहले खुला […]
जमशेदपुर : नोटबंदी का असर झेल रहे आम लोगों को अब खाने-पीने के सामानों की बढ़ती कीमत का सामना करना पड़ रहा है. इससे उनका घरेलू बजट प्रभावित हो रहा है. खास कर गेहूं का आवक कम होने से आटे की कीमत में पांच रुपये प्रतिकिलो तक का उछाल आया है. दस दिन पहले खुला आटा 23 रुपये प्रति किलो बिक रहा था, जो अब 28 रुपये बिक रहा है.
मैदा-सूजी की कीमत में भी पांच-पांच रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से बढ़ोतरी हुई है. ब्रांडेड कंपनियों के पैकेट के आटे के दाम भी बढ़ गये हैं. दुकानदारों की मानें तो इस बार देश में गेहूं का उत्पादन कुछ कम हुआ है. इस कारण राज्य में बाहर से आने वाले गेहूं का आवक पिछले सप्ताह से कुछ कम हुआ है. हालांकि दाल की कीमत में कमी आयी है. पिछले सप्ताह अरहर दाल 140 रुपये, मसूर दाल 100 रुपये, मूंग दाल 110 तथा चना दाल 115 रुपये प्रति किलाे बिका था लेकिन अब अरहर दाल 120 रुपये, मसूर दाल 85 रुपये, मूंग दाल 90 रुपये तथा चना दाल 100 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है.
अंडा से लेकर काजू तक हुए महंगे. काजू 700 रुपये से बढ़ कर 900 रुपये प्रति किलो, बादामगिरी 650 से बढ़ कर 800 रुपये और किशमिश 200 से बढ़ कर 220 रुपये प्रति किलो हो गया है. अंडा 4.50 रुपये की जगह 6.00 रुपये प्रति पीस हो गया है.
खुदरा बाजार की दर
रुपये प्रति किलो
सामान पहले अब
आटा 23 28
मैदा 25 30
सूजी 27 32
रिफाइन 75 90
काजू 700 900
बादामगिरी 650 800
किशमिश 200 220
अंडा 4.50 6.00
थोक का रेट
सामान पहले अब
रिफाइन तेल 1230 1290 प्र. टीना
आटा 2200 2400
मैदा 2100 2450
सूजी 2200 2600
प्रति क्विंटल दर
नोटबंदी का असर
नोटबंदी के कारण यह हालात उत्पन्न हुए हैं. हालात पर नियंत्रण के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए.
सत्यनारायण अग्रवाल मुन्ना, सचिव, सिंहभूम चेंबर ऑफ कॉमर्स