हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद थाने से छोड़े गये युवक

आदित्यपुर. रविवार की रात स्कार्पियो गाड़ी से पहले सड़क के किनारे खड़े वाहनों में धक्का मारने और उसके बाद पुलिस के साथ आदित्यपुर थाना में हाथापाई, मारपीट व गाली-गलौज करने वाले युवकों को सोमवार की शाम पुलिस हिरासत से मुक्त कर दिया गया. इसके लिए दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. उन्हें कैदी वैन से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2016 7:50 AM
आदित्यपुर. रविवार की रात स्कार्पियो गाड़ी से पहले सड़क के किनारे खड़े वाहनों में धक्का मारने और उसके बाद पुलिस के साथ आदित्यपुर थाना में हाथापाई, मारपीट व गाली-गलौज करने वाले युवकों को सोमवार की शाम पुलिस हिरासत से मुक्त कर दिया गया. इसके लिए दिनभर हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा. उन्हें कैदी वैन से पहले कोर्ट में प्रस्तुत करने के लिए ले जाया गया, लेकिन पुलिस के वरीय अधिकारियों के निर्देश पर उन्हें कांड्रा से वापस लाया गया. पुलिस अधिकारियों ने युवकों तथा उक्त मामले में प्राथमिकी दर्ज करवाने वाले एएसआइ भगवान सिंह से पूछताछ की. भाजपा समर्थक इन युवकों को छोड़े जाने के खिलाफ झामुमो व एकता विकास मंच के दर्जनों लोग भी थाना पहुंच गये. गहमागहमी व लोगों को गोलबंद होते देख स्थिति की नजाकत को देखते हुए पहले युवकों को पुन: हाजत में रखा गया और उसके बाद कड़ी सुरक्षा में युवकों को जेल भेजने की बात कहते हुए थाना से जाया गया. यहां से ले जाकर उन्हें गम्हरिया थाना में रखा गया.
जमानतीय धारा के तहत दोषी पाया गया : आदित्यपुर थाना प्रभारी जयप्रकाश राणा ने बताया कि वरीय पुलिस पदाधिकारियों द्वारा मामले की जांच करने के बाद घटना के दोषियों को जमानतीय धारा के तहत दोषी पाया. इसके बाद सभी आठों युवकों को एसडीपीओ के निर्देश पर थाना से जमानत पर छोड़ दिया गया.
गम्हरिया थाना में युवकों को रखा गया : आदित्यपुर थाना में लोगों का आक्रोश देखते हुए पुन: युवकों को शाम करीब चार बजे कैदी वैन से कोर्ट ले जाने के नाम पर ले जाया गया, जिसे गम्हरिया थाना ले जाया गया और वहीं से कार्रवाई करते हुए युवकों को थाना से ही जमानत दे दिया गया.
रात भर चलती रही पैरवी : युवकों को छुड़ाने के लिए रात भर कई संगठन के लोग लगे रहे. सभी अपनी ताकत के अनुसार पैरवी लगाते रहे. इस दौरान भाजपा के लोगों के अलावा कांग्रेस के रजनीश सिंह भी देर रात तक थाना में दिखे.
एसोसिएशन को शिकायत नहीं
पुलिस एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष आदिकांत महतो ने उक्त मामले में पूछे जाने पर कहा कि एसोसिएशन से इस मामले में शिकायत नहीं की गयी है. यदि कार्रवाई से संबंधित सदस्य असंतुष्ट होंगे, तब एसोसिएशन इस विषय पर विचार करेगा.
गोलबंद होने लगे थे पुलिसकर्मी : युवकों के प्रति विभाग के वरीय अधिकारियों के रवैये को देखते हुए सभी पुलिसकर्मी गोलबंद होने लगे थे, जिसकी जानकारी संघ के लोगों को भी दे दी गयी थी.

Next Article

Exit mobile version