51 दिन बाद सुलझा विवाद
जमशेदपुर: प्रमुख समेत पंचायत समिति सदस्य एवं बीडीओ-बीपीआरओ के बीच पिछले 51 दिनों से चला आ रहा विवाद आरोप-प्रत्यारोप और बहस के बीच सोमवार को समाप्त हो गया. विवाद सुलझाने के लिए जिला परिषद अध्यक्ष बुलुरानी सिंह सरदार की ओर से आयोजित बैठक में पंचायत समिति सदस्यों के बीच तू-तू मैं-मैं हुई. बाद में जिप […]
जमशेदपुर: प्रमुख समेत पंचायत समिति सदस्य एवं बीडीओ-बीपीआरओ के बीच पिछले 51 दिनों से चला आ रहा विवाद आरोप-प्रत्यारोप और बहस के बीच सोमवार को समाप्त हो गया. विवाद सुलझाने के लिए जिला परिषद अध्यक्ष बुलुरानी सिंह सरदार की ओर से आयोजित बैठक में पंचायत समिति सदस्यों के बीच तू-तू मैं-मैं हुई.
बाद में जिप उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह के हस्तक्षेप और आश्वासनों के बाद विवाद सुलझाने पर सहमति बनी. इसमें आश्वासन दिया गया कि पंचायत समिति के सदस्यों की 19 सूत्री मांगों पर 15 दिन के अंदर कार्रवाई की जायेगी. इस आश्वासन के बाद प्रमुख समेत पंचायत समिति के सदस्यों ने दरी कार्यालय बंद करने पर सहमति दी. राजकुमार सिंह ने आश्वस्त किया कि अगर 15 दिन में कार्रवाई नहीं हुई तो वे स्वयं दरी कार्यालय पर बैठकर धरना देंगे.
पंसस रूबी सिंह की टिप्पणी से गरमाया माहौल
बैठक के दौरान मध्य बागबेड़ा पंचायत की पंचायत समिति सदस्य (पंसस) रूबी सिंह ने प्रखंड प्रमुख पर दलालों के साथ मिलीभगत करने का आरोप लगाया. इस पर माहौल गरमा गया. विवाद बढ़ता देख जिप अध्यक्ष बुलुरानी सिंह, उपाध्यक्ष-राजकुमार सिंह ने हस्तक्षेप कर सबको शांत कराया तथा सभी पंसस सदस्यों को बारी-बारी से अपनी बात रखने को कहा. इस दौरान बीडीओ पारूल सिंह ने भी अपनी बातें रखीं. दोनों पक्ष को सुनने के बाद जिप अध्यक्ष बुलुरानी सिंह ने कहा कि बीडीओ, बीपीआरओ, प्रमुख, पंसस व मुखिया सभी एक दूसरे के पूरक हैं. बिना तालमेल रखे विकास कार्य आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है. बीडीओ को भी पंसस द्वारा मांगी गयी जानकारी उपलब्ध करानी चाहिए. मिल बैठक कर आपसी गलतफहमी को सुलझा लेना चाहिए. उन्होंने पंचायत समिति सदस्यों को पुरानी बातें भूलकर दरी कार्यालय बंद करने और विकास कार्यों में हाथ बंटाने को कहा. इसके बाद विवाद सुलझाने पर सहमति बनी. विवाद सुलझाने में पार्षद किशोर यादव, सुनीता साह, सुदिप्तो दे उर्फ राणा भी सक्रिय रहे.
… और बैठक छोड़ निकलने लगे प्रमुख व पंसस
बैठक के दौरान एक समय ऐसा आया जब बीडीओ पारूल सिंह जोर-जोर से अपनी बात रखने लगी. उनके इस तरीके पर प्रखंड प्रमुख रवींद्रनाथ सिंह व पंसस नाराज हो गये और पंचायत समिति भवन से बाहर निकल गये. लेकिन कुछ महिला सदस्यों के आग्रह पर पुन: बैठक में शामिल हुए.
लिखित दें तो दलालों को घुसने नहीं देंगे
बैठक में प्रखंड में दलालों के जमावड़ा पर भी चर्चा हुई. इस दौरान निर्णय लिया गया कि पंसस यदि दलालों के नाम लिख कर बीडीओ को उपलब्ध करायें तो उन्हें प्रखंड कार्यालय प्रांगण में घुसने नहीं दिया जायेगा. सात दिन के अंदर कार्रवाई की जायेगी. इस दौरान कई दलालों का नाम भी बताया गया.