सरकार ने छला, अब भुखमरी के कगार पर शिक्षक : सुमित
जमशेदपुर: राज्य सरकार हमेशा ही पारा शिक्षकों को छलती रही है. आश्वासन देकर हमारी मांगें पूरी नहीं करती. पिछले तीन माह से पारा शिक्षकों को मानदेय और न ही एरियर का भुगतान हुआ है. ऐसे में हमारे समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. यह बात झारखंड राज्य सहयोगी, शिक्षा मित्र, पारा शिक्षक संघ […]
जमशेदपुर: राज्य सरकार हमेशा ही पारा शिक्षकों को छलती रही है. आश्वासन देकर हमारी मांगें पूरी नहीं करती. पिछले तीन माह से पारा शिक्षकों को मानदेय और न ही एरियर का भुगतान हुआ है. ऐसे में हमारे समक्ष भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है.
यह बात झारखंड राज्य सहयोगी, शिक्षा मित्र, पारा शिक्षक संघ के सुमित तिवारी ने कही. वह शनिवार को जुबिली पार्क में संघ की जिलास्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री गीताश्री उरांव ने भी पारा शिक्षकों के मानदेय में 5000 रुपये बढ़ोतरी करने की घोषणा की, लेकिन वह भी घोषणा मात्र ही रह गयी. गत दिनों विधानसभा में पेश बजट में भी पारा शिक्षकों के संबंध में कोई चर्चा नहीं की गयी.
अत: 24 फरवरी को रांची में प्रस्तावित अधिकार रैली को सफल बनाने की अपील की. बैठक में बताया गया कि जिले के सभी पारा शिक्षक 24 फरवरी को सामूहिक अवकाश पर रहते हुए संबंधित विद्यालयों से पांच-पांच अभिभावकों के साथ रैली में शामिल होंगे. संचालन कमलेश राय तथा धन्यवाद ज्ञापन राजेश प्रसाद साव ने किया.
बैठक में प्रीतेश खलखो, श्रीकांत, अरुण, रीना, सुजाता, उषा देवी, पुष्पा रानी, पीकेआर मूर्ति, जीतेन गोप, शशांक महतो, सत्य नारायण साहू, मुकेश कुमार समेत अनेक पारा शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे.