टाटा स्टील: यूनियन नहीं कराना चाहती है मीटिंग, राजनीति तेज

जमशेदपुर. टाटा स्टील के कर्मचारियों के मेडिकल एक्सटेंशन बंद होने के मामले को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन में राजनीति तेज हो चुकी है. यूनियन की ओर से अब किसी तरह यह कोशिश की जा रही है कि रिक्वीजिशन मीटिंग को टाल दिया जाये, ताकि विपक्ष के लोगों को इसका क्रेडिट नहीं मिल सके. साथ ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2017 7:05 AM
जमशेदपुर. टाटा स्टील के कर्मचारियों के मेडिकल एक्सटेंशन बंद होने के मामले को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन में राजनीति तेज हो चुकी है. यूनियन की ओर से अब किसी तरह यह कोशिश की जा रही है कि रिक्वीजिशन मीटिंग को टाल दिया जाये, ताकि विपक्ष के लोगों को इसका क्रेडिट नहीं मिल सके. साथ ही टाटा स्टील के एमडी के आश्वासन पर सारा कामकाज रोक दिया गया है.

वैसे रिक्वीजिशन मीटिंग को लेकर टाटा वर्कर्स यूनियन का संविधान कहता है कि सात दिनों के भीतर यूनियन के पदाधिकारियों को मीटिंग बुलानी होगी. अगर फेल करता है तो जो रिक्वीजिशन मीटिंग का आवेदन पहले दिया था, वह यह मीटिंग खुद बुला सकता है. इसको लेकर कल तक का समय यूनियन के पास है कि कोई फैसला लें, नहीं तो फिर विपक्ष पर सारा दारोमदार होगा.

विपक्ष व सत्ता पक्ष के कमेटी मेंबरों ने दिया है नोटिस. यूनियन के रिक्वीजिशन मीटिंग का आवेदन पहले आरसी झा, आरके सिंह, अरुण सिंह समेत तमाम विपक्षी कमेटी मेंबरों ने दिया था. लेकिन आनन-फानन में एक और आवेदन सत्ता पक्ष के समर्थित कमेटी मेंबरों ने दे दिया, ताकि अगर मेडिकल एक्सटेंशन को लेकर किसी तरह का कोई सकारात्मक फैसला होता है तो उसका क्रेडिट विपक्ष को नहीं मिले.
विपक्ष के कमेटी मेंबरों को धमकाने का आरोप. विपक्ष के कई कमेटी मेंबरों ने हस्ताक्षर कर दिया है. अब उनको सत्ता पक्ष के पदाधिकारी द्वारा आवेदन को वापस लेने को कहा जा रहा है. इसको लेकर उनके ऊपर दबाव बनाया गया है. हालांकि, संविधान में यह कहीं नहीं लिखा गया है, कि अगर कोई रिक्वीजिशन मीटिंग का आवेदन दे देता है और उसके बाद वापस ले लेता है, तो रिक्वीजिशन मीटिंग नहीं बुलायी जा सकती है.
रिक्वीजिशन मीटिंग अभी नहीं, कमेटी मीटिंग बुला सकते हैं. रिक्वीजिशन मीटिंग के लिए दो आवेदन आये हैं. चूंकि एमडी के स्तर पर बातचीत हो चुकी है, इस कारण अभी हम लोग इसको लेकर कोई फैसला नहीं ले सकते हैं. जरूरत पड़ेगा तो सामान्य कमेटी मीटिंग जरूर बुला सकते हैं. आर रवि प्रसाद, अध्यक्ष, टाटा वर्कर्स यूनियन
धमकाना बंद करें, रिक्वीजिशन मीटिंग बुलाये : विपक्ष. विपक्ष के कमेटी मेंबर भाष्कर राव, आरसी झा, अरुण सिंह, आरके सिंह समेत अन्य लोगों ने संयुक्त रूप से बयान जारी करते हुए कहा है कि उनके साथ हस्ताक्षर करने वाले कमेटी मेंबरों को यूनियन के कुछ पदाधिकारी धमका रहे हैं. यह कार्रवाई तत्काल बंद करें और संविधान के तहत अध्यक्ष, महासचिव रिक्वीजिशन मीटिंग बुलाये, ताकि मजदूरों की आवाज को वे लोग उठा सके और एक ठोस फैसले तक यूनियन पहुंच सके.

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