ग्रेटर जमशेदपुर: आदित्यपुर-कपाली का प्लान अलग बनेगा

जमशेदपुर: निकाय की योजनाअों के स्टेक होल्डरों की बैठक शुक्रवार को जिला मुख्यालय सभागार में हुई. बैठक में शहर के विकास के लिए दस बड़ी एवं प्रमुख योजना (लागत लगभग 2160 करोड़ रुपये) के डीपीआर का प्रेजेंटेशन किया गया. ग्रेटर जमशेदपुर के विस्तारीकरण के मास्टर प्लान पर स्टेक होल्डरों ने असहमति जतायी और सरायकेला-खरसावां जिले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 14, 2017 8:34 AM
जमशेदपुर: निकाय की योजनाअों के स्टेक होल्डरों की बैठक शुक्रवार को जिला मुख्यालय सभागार में हुई. बैठक में शहर के विकास के लिए दस बड़ी एवं प्रमुख योजना (लागत लगभग 2160 करोड़ रुपये) के डीपीआर का प्रेजेंटेशन किया गया. ग्रेटर जमशेदपुर के विस्तारीकरण के मास्टर प्लान पर स्टेक होल्डरों ने असहमति जतायी और सरायकेला-खरसावां जिले के क्षेत्र एवं जमशेदपुर का अलग-अलग प्लान बनाने का निर्देश दिया गया. सिवरेज एवं ड्रेनेज सिस्टम प्लान के डीपीआर पर भी सहमति नहीं बनी अौर उस पर नये सिरे से विचार करने का निर्णय लिया गया. प्रजेंटेशन में जिस डीपीआर में स्टेक होल्डरों द्वारा जो सुझाव दिया गया है उसे शामिल कर नये सिरे से डीपीआर बनाया जायेगा.
मात्र 2 प्रतिशत लोग इस्तेमाल करते हैं सार्वजनिक परिवहन
एलएंडटी इंफ्रास्ट्रक्चर द्वारा शहर के अगले तीस साल की आबादी, परिवहन-ट्रैफिक, पार्किंग व्यवस्था को ध्यान में रख कर तैयार किया गया कंपरहेंसिव मोबिलिटी प्लान (सीएमपी) का प्रजेंटेशन स्टेक होल्डरों के समक्ष किया गया. मंत्री सरयू राय ने बताया कि एलएंडटी द्वारा व्यापक सर्वे कर बेहतर ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है. प्रमुख रोड चौड़ीकरण की आवश्यकता, वाहन का शहर में परिचालन, पार्किंग के लिए स्थल चिन्हित किया गया है.

प्रजेंटेशन में बताया गया है कि शहर में मात्र 2 प्रतिशत लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट यूज करते हैं तथा 47 प्रतिशत लोग साइकिल अौर नन मोटर व्हीकल यूज करते हैं, लेकिन साइकिल ट्रैक नहीं है. पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथ की आवश्यकता भी बतायी गयी है. इस पर उपायुक्त के साथ बैठ कर अलग से प्लानिंग की जायेगी. शहर की ट्रैफिक व्यवस्था के लिए यह प्लान बेहतर है.

तीन साल में धरातल में उतरेगी योजना : सरयू राय. मंत्री सरयू राय ने कहा कि दस बड़ी योजनाअों के डीपीआर का प्रजेंटेशन किया गया, जिस पर कुछ बदलाव के सुझाव भी दिये गये. श्री राय ने कहा कि डीपीआर की स्वीकृति, जमीन चिन्हित, टेंडर, सरकार द्वारा राशि उपलब्ध कराने समेत सभी प्रक्रिया को पूरी कर योजनायें तीन साल में धरातल पर उतरेगी.
उपस्थित थे. मंत्री सरयू राय, सांसद विद्युत वरण महतो, सीएम के विधायक प्रतिनिधि पवन अग्रवाल, उपायुक्त अमित कुमार, एडीसी सुनील कुमार, जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी, मानगो अक्षेस के विशेष पदाधिकारी, जुगसलाई नगर पालिका के विशेष पदाधिकारी,आदित्यपुर के नप पदाधिकारी सुरेश प्रसाद, जुस्को व टाटा स्टील के प्रतिनिधि, स्टेक होल्डर, डीपीआर बनाने वाली कंसलटेंट कंपनी के प्रतिनिधि.
ग्रेटर जमशेदपुर को कांड्रा तक ले जाया जाये : विद्युत महतो
सांसद विद्युत महतो ने बताया कि ग्रेटर जमशेदपुर के विस्तारीकरण, ट्रैफिक प्लान समेत अन्य का डीपीआर तैयार किया गया. ग्रेटर जमशेदपुर को आदित्यपुर से आगे कांड्रा तक ले जाने का सुझाव दिया गया. साथ ही लोआबासा-पिपला में पुल बन जाने से भारी वाहनों को उस अोर से ले जाने पर मानगो अौर शहर में ट्रैफिक का कम लोड होने का प्लान है.

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