जांच रिपोर्ट के आधार पर एक सप्ताह तक कैंप लगा कर तीन गांव के रैयतों के कागजात का सत्यापन किया गया. उम्मीद है कि एक-दो दिन में एनएच के लिए भूमि अधिग्रहण के एवज में सात करोड़ रुपये का भुगतान ग्रामीणों को कर दिया जायेगा. इसके साथ ही सुवर्णरेखा परियोजना द्वारा अधिग्रहित की गयी 0.67 हेक्टेयर जमीन एनएचएआइ को देने के लिए एनअोसी हेतु जिला प्रशासन द्वारा राजस्व सचिव को पत्र लिखा है.
दोबारा अधिग्रहण की सूचना पर की गयी : महुलिया से बहरागोड़ा खंड में एनएचएआइ द्वारा जमीन अधिग्रहण व 145 करोड़ मुआवजा भुगतान के क्रम में धालभूमगढ़ प्रखंड के तीन गांव चोइरा, जमुइया अौर एकाघरिया की जमीन पूर्व में ही सुवर्णरेखा परियोजना द्वारा अधिग्रहित करने की बात सामने आयी थी. प्रशासन की दोबारा जांच में यह बात आयी कि परियोजना के अलावा अतिरिक्त (0.67 हेक्टेयर) जमीन एनएचएआइ को रैयतों ने दी है. इसके बाद प्रशासन ने ग्रामीणों को मुआवजा देने का आदेश दिया है. एक-दो दिन में सात करोड़ रुपये बतौर मुआवजा बांटे जायेंगे.