सफेद पत्थर का नमूना लैब भेजा गया

जमशेदपुर : बागबेड़ा-जुगसलाई स्थित खरकई नदी तट पर बाढ़ से बचाव के लिए लगाने वाले सफेद पत्थर की गुणवक्ता की जांच के लिए पत्थर का नमूना एनआइटी लैब (प्रयोगशाला) भेजा गया है. सुवर्णरेखा परियोजना के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र कुमार राम ने बताया कि जांच रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. विरोध करने वाले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 16, 2017 6:09 AM

जमशेदपुर : बागबेड़ा-जुगसलाई स्थित खरकई नदी तट पर बाढ़ से बचाव के लिए लगाने वाले सफेद पत्थर की गुणवक्ता की जांच के लिए पत्थर का नमूना एनआइटी लैब (प्रयोगशाला) भेजा गया है. सुवर्णरेखा परियोजना के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र कुमार राम ने बताया कि जांच रिपोर्ट मिलने पर आगे की कार्रवाई की जायेगी. विरोध करने वाले डॉ धनंजय कुमार, गोपाल ओझा, अनंत कुमार सिंह, ब्रह्मानंद पाठक ने सफेद पत्थर की जांच थर्ड पार्टी (न्यूट्रल एजेंसी) से कराने की मांग की थी.

गौरतलब हो कि गुरुवार को बाढ़ से बचाव को लेकर हो रहे काम को घटिया बताकर स्थानीय लोगों ने काम बंद करा दिया था. यहां सुवर्णरेखा परियोजना जमशेदपुर नहर प्रमंडल द्वारा बड़ौदा घाट से जुगसलाई शिवघाट तक खरकई नदी के दांयी अोर 14.25 मीटर ऊंचाई तक क्रेटेड बोल्डर पीचिंग एवं 6 मीटर ऊंचाई के हिस्से में मोटी लोहे की जाली में पत्थर बिछाना है. इस पर सरकार 290.16 लाख रुपये खर्च कर रही है.

बागबेड़ा-जुगसलाई नदी तट पर लगाने जाने वाले पत्थर का मामला

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