बिजली देने में बंद हो मनमानी
जमशेदपुर : जमशेदपुर में बिजली की दर (टैरिफ) बढ़ाने के लिए टाटा स्टील द्वारा दिये गये प्रस्ताव पर रविवार को जनसुनवाई हुई. इसमें लोगों ने टैरिफ को आम ग्राहकों के अनुकूल बढ़ाने को हरी झंडी दी. लेकिन बिजली देने में टाटा स्टील द्वारा बरती जा रही मनमानी पर सार्वजनिक विरोध जताया. इस पर टाटा स्टील […]
जमशेदपुर : जमशेदपुर में बिजली की दर (टैरिफ) बढ़ाने के लिए टाटा स्टील द्वारा दिये गये प्रस्ताव पर रविवार को जनसुनवाई हुई. इसमें लोगों ने टैरिफ को आम ग्राहकों के अनुकूल बढ़ाने को हरी झंडी दी. लेकिन बिजली देने में टाटा स्टील द्वारा बरती जा रही मनमानी पर सार्वजनिक विरोध जताया. इस पर टाटा स्टील के अधिकारी बचाव करते नजर आये. आयोग की ओर से चेयरमैन और झारखंड हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश एनएन तिवारी और तकनीकी सदस्य बीएन सिंह ने दलीलें सुनीं.
टैरिफ नहीं बढ़ा, तो घाटा 1600 करोड़ पार जायेगा : चीफ. सुबह साढ़े 11 बजे सुनवाई शुरू हुई. टाटा स्टील की ओर से पावर डिवीजन के चीफ बीएन सिंंह ने आयोग के सामने पक्ष रखा. कहा कि टाटा स्टील बिना लो शेडिंग के चौबीस घंटे बिजली देती है. बिजली की दर में की जाने वाली बढ़ोतरी अन्य शहरों के अनुपात में सबसे कम है. करीब 40 फीसदी बढ़ोत्तरी की मांग की गयी है. अगर दर नहीं बढ़ाया गया तो 1600 करोड़ रुपये तक का घाटा हो जायेगा.
गलत आंकड़े दे रही टाटा स्टील व जुस्को : बिहानी. चार्टर्ड एकाउंटेंट व राज्य बिजली एडवाइजरी कमेटी के सदस्य अशोक कुमार बिहानी ने पावर प्रजेंटेशन से अपनी बात रखी. कहा कि गलत आंकड़े दिखाकर टाटा स्टील टैरिफ बढ़ाना चाहती है. टाटा स्टील और जुस्को के बीच कोई फर्क नहीं है क्योंकि दोनों एक ही अधिकारी देखते हैं. पेश किये गये आंकड़े गलत है. आयकर विभाग की कटौती गलत बतायी गयी है.
सोनारी आदर्शनगर सोसाइटी का विवाद दिखा. सोनारी आदर्शनगर गृह निर्माण सोसाइटी के खिलाफ लोगों ने जबरदस्त शिकायत दर्ज की. एके झा ने बताया कि बिजली खुद टाटा स्टील या जुस्को दे. सोसाइटी उनसे मनमर्जी बिजली के पैसे लेती है. धनंजय डे ने भी यही मुद्दा उठाया.
उपभोक्ता जागे, कंपनियों का घपला रोके : चेयरमैन. सभी की बातों को सुनने के बाद बिजली नियामक आयोग के चेयरमैन एनएन तिवारी ने बताया कि उपभोक्ता अगर जागेंगे तोबिजली चोरी भी रुकेगी. कंपनियों का घपला भी इससे रुक सकेगा. बिजली कंज्यूमर फोरम का गठन किया गया है, जिसका ऑफिस साकची में है. उपभोक्ताओं की बात सुनी जायेगी. नियामक आयोग हर स्तर पर शिकायत व निवारण का सिस्टम विकसित कर रहा है.
इन्होंने रखे विचार : आनंद राव ने कहा कि तत्काल स्लैब को शून्य से सौ मेगावाट का बना दिया गया है, वह बढ़ाना चाहिए. ए कार्तिकेयन ने मांग की है कि आशियाना सोसायटी में कंपनी ओर से सीधे बिजली दी जाये.फौजा बगान निवासी दीपक शर्मा ने बताया कि निजी एजेंसी से बगान एरिया में बिजली दी जा रही है. लेकिन एजेंसियों द्वारा गलत तरीके से पैसे वसूले जाते है.
शशिकांत पांडेय ने बताया कि 13 साल हो गये आकाशदीप प्लाजा के लोगों के साथ भेदभाव हो रहा है. राजेश कुमार ने कहा कि आरटीआइ के दायरे में निजी कंपनियों को रखा जाये.