उसी दिन यूनियन के शीर्ष नेतृत्व के साथ मेडिकल एक्सटेंशन पर बातचीत आगे बढ़ेगा. मेडिकल एक्सटेंशन पर विपक्षी नेता यूनियन पर लगातार दबाव बनाये हुए है. विपक्षी नेताओं के गोलबंदी के कारण सत्ता पक्ष मेडिकल एक्सटेंशन में बदलाव नहीं करा पाया तो उसका दूरगामी परिणाम का भय अभी से सताने लगा है.
इसलिए यूनियन नेतृत्व ने अपना रूख कड़ा कर लिया है. सूत्र बताते हैं कि अध्यक्ष आर रवि प्रसाद को 7 फरवरी को बंगलुरू जाना था, लेकिन सुरेश दत्त त्रिपाठी के 7 को आने की सूचना पर उन्होंने बंगलुरू जाने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया है.