युवा होंगे लोक कला संस्कृति से रूबरू

निर्मल गेस्ट हाउस में झारखंड लोक कला अकादमी का संवाददाता सम्मेलन में बोले सुखलाल जमशेदपुर : बिष्टुपुर के निर्मल गेस्ट हाउस में झारखंड लोक कला अकादमी ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया. इसमें अकादमी के निदेशक सुखलाल सोरेन ने कहा कि झारखंड के आदिवासी लाेक कला संस्कृति व पूर्वजों के दिये धरोहरों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 6, 2017 3:39 AM

निर्मल गेस्ट हाउस में झारखंड लोक कला अकादमी का संवाददाता सम्मेलन में बोले सुखलाल

जमशेदपुर : बिष्टुपुर के निर्मल गेस्ट हाउस में झारखंड लोक कला अकादमी ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया. इसमें अकादमी के निदेशक सुखलाल सोरेन ने कहा कि झारखंड के आदिवासी लाेक कला संस्कृति व पूर्वजों के दिये धरोहरों को जीवित रखने के लिए संस्था काम कर रही है. इसके तहत संस्था की ओर से समाज के युवाओं को पारंपरिक लोक गीत-संगीत व नृत्य, मांदर व नगाड़ा बजाना, बांसुरी बजाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
वर्तमान समय में आदिवासी युवा अपने पारंपरिक रीति-रिवाज व धर्म-दस्तुर से विमुख हो रहे हैं. सामाजिक व धार्मिक ज्ञान उनमें बिलकुल ही नहीं है. ऐसे में आदिवासी समाज भी विलुप्त होने के कगार पर आ जायेगी. उन्होंने कहा कि समाज की अस्तित्व को बचाने की जिम्मेवारी युवाओं के कंधे पर है. उनको अपने जिम्मेवारी से रूबरू कराना ही अकादमी का मूल मकसद है. मौके पर नागी हांसदा, लक्ष्मी हांसद, पोमा देवी बेसरा, रीमा सोरेन आदि उपस्थित थे.

Next Article

Exit mobile version