हत्या की योजना तीन दिन पहले बनायी थी बर्खास्त सिपाही ने
सात फरवरी को पार्टी से सभी लौटे रुपये नहीं देने पर पहले मौसी फिर मौसा की हत्या कर बाहर से ताला बंद कर चले गये गांव जमशेदपुर : कमलपुर के महुलतल कांकीडीह में सेवानिवृत्त शिक्षक बनमाली सिंह सरदार तथा उनकी पत्नी ज्योत्सना सिंह सरदार की हत्या के आरोप में गिरफ्तार रिश्तेदार तिरुलडीह के चानो निवासी […]
सात फरवरी को पार्टी से सभी लौटे
रुपये नहीं देने पर पहले मौसी फिर मौसा की हत्या कर बाहर से ताला बंद कर चले गये गांव
जमशेदपुर : कमलपुर के महुलतल कांकीडीह में सेवानिवृत्त शिक्षक बनमाली सिंह सरदार तथा उनकी पत्नी ज्योत्सना सिंह सरदार की हत्या के आरोप में गिरफ्तार रिश्तेदार तिरुलडीह के चानो निवासी निवासी शशि भूषण सिंह को पुलिस ने जेल भेज दिया है. शशिभूषण 1999 में जिला पुलिस में ज्वाइन किया था और 2011 में टेल्को थाना में ड्यूटी के दौरान बर्खास्त हुआ था. शशिभूषण मौसा व मौसी की हत्या की साजिश घटना के तीन दिन पहले रची थी. उसने सात फरवरी की रात को रुपये
नहीं मिलने पर पर सोयी अवस्था में पहले मौसी की हत्या कर लाश को पड़ोस के कुआं में फेंक दिया और बाद में मौसा की हत्या कर घर का दरवाजा बाहर से बंद कर अपने गांव चानो चला गया. वहां उसने मौसा की बाइक को 16 हजार रुपये में एक छात्र को गिरवी रख दी. इसकी जानकारी ग्रामीण एसपी शैलेंद्र कुमार वर्णवाल ने संवाददाता सम्मेलन में पत्रकारों को दी. उन्होंने कहा कि बर्खास्त होने के बाद शशिभूषण सिंह के ऊपर हाईकोर्ट में चल रहे मामले में कुछ रुपये की जरूरत थी. उसने रुपये मौसा-मौसी से मांगे थे, लेकिन दोनों देने में आना-कानी कर रहे थे. इस वजह से दोनों की हत्या कर दी. संवाददाता सम्मेलन में में डीएसपी पटमदा अजय केरकेट्टा, थाना प्रभारी कमलपुर अवधेश कुमार व पटमदा थाना प्रभारी महेंद्र करमाली भी मौजूद थे.
सात को पार्टी से सभी लौटे थे घर: ग्रामीण एसपी ने बताया कि सात फरवरी को शशिभूषण सिंह को उसके मौसा बनमाली सिंह सरदार ने फोन कर घर बुलाया था. मौसा बाइक चलाना नहीं जानते थे. शशिभूषण बाइक चलाकर अपने मौसा को हर जगह ले जाता था. सात फरवरी की रात 11 बजे तीनों पार्टी समारोह से घर लौटे. मौसा-मौसी दोनों अलग-अलग कमरे में सोये हुए थे और शशिभूषण बाहर बरामदे में सोया था. रात में उसने दौवली लेकर पहले मौसी को मारा और फिर मौसा की हत्या कर दी.
बिना अनुमति के छुट्टी पर जाने से हुआ था बर्खास्त: शशिभूषण सिंह ने बताया कि टेल्को थाना में कार्य करने के दौरान उसके पिता की तबीयत खराब हो गयी थी. वह कई बार पिता को देखने गांव जाता था. ज्यादा तबीयत खराब होने पर वह छुट्टी लेने मेजर के पास गया, लेकिन मेजर ने उन्हें छुट्टी नहीं दी. इसके बाद वह बिना अनुमति के ही गांव चला गया.
काफी दिनों तक गांव में रहने के बाद ड्यूटी पर आया तो पता चला कि उन्हें बर्खास्त कर दिया गया है. इसको लेकर वह हाईकोर्ट में मुकदमा दायर किये हुए है.