बिल नहीं देने पर होटल में बंधक बनी सॉकर टीम
जमशेदपुर : होटल के बिल का भुगतान नहीं करने के कारण दिल्ली की टीम प्राइड स्पोर्ट्स के खिलाड़ियों को 24 घंटे होटल में बंधक की स्थिति में गुजारने पड़े. देश की प्रतिष्ठित फुटबॉल एकेडमी प्राइड स्पोर्ट्स की टीम जेआरडी कांप्लेक्स में चल रही आइ लीग अंडर-18 फुटबॉल में भाग लेने आयी है. बाद में टीएफए […]
जमशेदपुर : होटल के बिल का भुगतान नहीं करने के कारण दिल्ली की टीम प्राइड स्पोर्ट्स के खिलाड़ियों को 24 घंटे होटल में बंधक की स्थिति में गुजारने पड़े. देश की प्रतिष्ठित फुटबॉल एकेडमी प्राइड स्पोर्ट्स की टीम जेआरडी कांप्लेक्स में चल रही आइ लीग अंडर-18 फुटबॉल में भाग लेने आयी है. बाद में टीएफए के प्रशासक मुकुल विनायक चौधरी के आश्वासन के बाद खिलाड़ियों को होटल से िनकलने की अनुमति िमली. लेकिन 24 घंटे तक देश की इन उभरती हुई प्रतिभाआें को मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा.
प्राइड स्पाेर्टस की टीम साकची के हाेटल हाेलीडे इन. में ठहरी थी. टीम काे मंगलवार काे ही चेकआउट कर जाना था, लेकिन पांच दिनाें से बुक 13 कमराें का किराया टीम द्वारा नहीं चुकाये जाने पर हाेटल प्रबंधन ने टीम काे हाेटल से चेक अाउट करने से राेक दिया. प्राइड स्पाेर्टस के प्रबंधक सुकांताे दास से जब मंगलवार काे संपर्क किया गया ताे उन्हाेंने कहा कि अॉन लाइन पैसा ट्रांसफर कर रहे हैं. इसके बाद से उनका फाेन बुधवार देर शाम तक बंद मिला. टीम के मैनेजर, काेच आैर अन्य खिलाड़ियाें के साथ-साथ हाेटल प्रबंधन ने भी सुकांताे दास के माेबाइल पर संपर्क किया, लेकिन काेई रिस्पांस नहीं मिला. देर शाम टीम के मैनेजर सुमित सेरावत के वाह्टसअप पर आइ एम कमिंग का एक मैसेज आया. होटल मालिक ने साकची पुलिस काे मामले की जानकारी देने की याेजना बनायी. इसी बीच टीएफए के प्रशासक मुकुल चाैधरी, टिस्काे के काेच सतीश सिंह, मुकुल चाैधरी के सहायक विनाेद काे मिली. उन्हाेंने हाेटल मालिक के साथ बैठक कर देनदारी का जवाबदेही लेने का वायदा किया. इसके बाद हाेटल मालिक ने टीम काे जेआरडी तक जाने का सेफ पैसेज दिया.
पूर्व में पैसा लेने का आरोप लगा है टीम के अधिकारी सुकांतो दास पर. 2014 में भी प्राइड स्पोर्ट्स के अधिकारी का नाम ब्लैकमेलिंग में आया था. चाईबासा-चक्रधरपुर के खिलाड़ियाें से पैसा लेने का आराेप सुकांताे दास पर लगा था. इस संबंध में गाेलमुरी थाना में लिखित शिकायत की गयी थी, जिसके बाद समझाैता हुआ था.
मैं खुद फुटबॉल खिलाड़ी रहा हूं. मो स्पोर्टिंग के नाम से मेरी टीम भी जेएसए लीग में खेलती है. टीम प्रबंधक द्वारा उभरते हुए खिलाड़ियाें के साथ धाेखाधड़ी की जा रही है. होटल का करीब सवा लाख से अधिक का बकाया था. मैंने बकाये पैसे के लिए पुलिस से शिकायत करने की सोची. तभी टीएफए के प्रशासक मुकुल चाैधरी आैर उनके सहयाेगियाें ने उनसे संपर्क कर इस घटना काे गंभीरता से लेते हुए सारी देनदारी स्वीकारी.
शहजादा, होटल मालिक