भैंगेपन के इलाज के लिए सर्जरी जरूरी नहीं

पूर्णिमा नेत्रालय की वर्षगांठ पर 11 लोगों का हुआ ऑपरेशन जमशेदपुर : आंखों के तिरछेपन (भैंगापन) का समय पर इलाज हो तो उसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है. उक्त बातें रविवार को डॉ विवेक केड़िया ने तमोलिया में पूर्णिमा नेत्रालय के स्थापना दिवस पर कही. उन्होंने कहा कि भैंगापन किसी को किसी भी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2017 6:50 AM

पूर्णिमा नेत्रालय की वर्षगांठ पर 11 लोगों का हुआ ऑपरेशन

जमशेदपुर : आंखों के तिरछेपन (भैंगापन) का समय पर इलाज हो तो उसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है. उक्त बातें रविवार को डॉ विवेक केड़िया ने तमोलिया में पूर्णिमा नेत्रालय के स्थापना दिवस पर कही. उन्होंने कहा कि भैंगापन किसी को किसी भी उम्र में हो सकता है. इसमें दोनों आंखों में तालमेल नहीं रह जाता. आंख में चोट लगने, शुगर, हाई ब्लडप्रेशर के कारण यह बीमारी हो सकती है. उन्होंने कहा कि डॉक्टर चश्मा लगा कर या फिर आंखों की कसरत अथवा ऑपरेशन से इसका इलाज करते हैं.
डॉक्टरों ने लाइव देखा ऑपरेशन
पूर्णिमा नेत्रालय में रविवार को 11 नेत्र रोगियों की आंखों का ऑपरेशन हुआ, जिसे नगर के अन्य डॉक्टरों ले भी लाइव देखा. अस्पताल की डॉ मोनिका होरो ने बताया कि अस्पताल की ओर से 16 से 26 फरवरी के बीच मरीजों की नि:शुल्क नेत्र जांच की गयी तथा 86 मरीजों का आॅपरेशन भी किया गया. उन्होंने बताया कि अस्पताल 100 गांवों को गोद लेगा, जिनके सभी लोगों के नेत्र रोगों का नि:शुल्क इलाज किया जायेगा. इस दौरान डॉ आरसी पाल, डॉ असीम, डॉ कृष्णेंदु नंदी, डॉ चिराग भट्ट, डॉ सुरेंद्र प्रकाश, डॉ मनीष सिंह, डॉ विश्वजीत डे, डॉ अनिंद्या अनुराधा, डॉ विवेक केडिया, डॉ डीके सिंघल ने मरीजों का ऑपरेशन किया.

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